इंदौर के BM फार्मेसी कॉलेज की प्रिंसिपल विमुक्ता शर्मा की आज शनिवार तड़के 4 बजे मौत हो गई, जिसकी पुष्टि चोइथराम अस्पताल के डॉक्टरों ने की। विमुक्ता शर्मा (55) को 5 दिन पहले छात्र आशुतोष श्रीवास्तव ने पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने की कोशिश की थी, घटना में प्रिंसिपल का 80 फीसदी शरीर जल चुका था। अस्पताल में 5 दिन जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद आज 5 दिन बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कर दिया था। जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन आनंद नगर स्थित घर पहुंचे। जहां पहले से ही विमुक्ता शर्मा के रिश्तेदार, स्टूडेंट्स और जान पहचान के मौजूद थे। इसके बाद विमुक्ता को रीजनल पार्क मुक्तिधाम में बेटी वेदांशी और पति मनोज शर्मा ने मुखाग्नि दी। विमुक्ता की मौत के बाद सिमरौल में लोगों में काफी आक्रोश है। प्रोफेसर की मौत के बाद पुलिस ने आरोपी आशुतोष श्रीवास्तव पर 302 धारा बढ़ा दी है। वही आरोपी पर रासुका की भी कार्यवाही के लिए पुलिस ने कलेक्टर को आवेदन दिया है।
इंदौर के सिमरोल थाना क्षेत्र अंतर्गत बीएम कॉलेज में प्राचार्य जघन्य कांड को लेकर ग्रामीण एसपी भगवंत वीरदे ने मीडिया को दी जानकारी। ग्रामीण एसपी भगवंत विरदी ने बताया कि महिला प्राचार्य की मौत की सूचना मिलते ही आरोपी छात्र आशुतोष श्रीवास्तव पर धाराएं भी बढ़ा दी है। ग्रामीण एसपी ने कहा कि आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत पुलिस के पास मौजूद है जिसमें आरोपी ने कहां से पेट्रोल और बाल्टी कहां से खरीदा था, और किन लोगों ने पेट्रोल डालते देखा है और किन लोगों ने उन्हें बचाया है। यह पुख्ता साक्ष्य है। वही सबसे बड़ा सबूत यह है कि मृत्यु उपरांत प्रोफेसर विमुक्ता शर्मा ने भी अपना कथन पुलिस को दिया है इन सभी सबूतों के आधार पर पूरे मामले को स्पेशल कोर्ट में चलाने का न्यायालय से मांग की जाएंगी और आरोपी को फांसी की सजा की मांग की जाएगी।
वहीं ग्रामीण एसपी ने कहा कि कलेक्टर इलैया राजा टी को भी आरोपी आशुतोष श्रीवास्तव पर रासुका की कार्रवाई करने का आवेदन दिया है। ग्रामीण एसपी ने कहा कि आरोपी शातिर है और अपने बचाव के लिए लगातार बयान पलट रहा है लेकिन आखिर में उसने स्वीकार किया कि उसने ही प्राचार्य पर पेट्रोल छिड़ककर लाइटर से आग लगाई थी। ग्रामीण एसपी भगवंत विरदे ने कहा कि अभी तक आरोपी छात्र के चेहरे पर किसी तरह के अफसोस वाली फीलिंग नजर नहीं आ रही है। वही घटना के पूर्व भी कॉलेज द्वारा तीन आवेदन पुलिस को मिले थे इसको लेकर लगातार पुलिस पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे थे कि आरोपी छात्र पर पूर्व में कार्रवाई नहीं की गई थी जिस पर एसपी ग्रामीण भगवंत विरदे ने कहा कि इस मामले में एक एसआई को निलंबित भी किया है। वही इस पूरे प्रकरण में और भी कोई अधिकारी या कर्मचारी इसमें संलग्न पाया जाता है तो उस पर भी कार्रवाई करने की बात ग्रामीण एसपी ने की है।