: इंदौर में पेट्रोल डालकर जिंदा जलाई गई बी. एम. कॉलेज आफ फार्मेसी की प्रिंसिपल प्रो विमुक्ता शर्मा अंततः जिंदगी की लड़ाई हार गई। प्रो. विमुक्ता ने शनिवार तड़के सुबह आखिरी सांस ली। जिंदगी और मौत के बीच पांच दिन चली जंग के बाद आज तड़के चार बजे चोइथराम अस्पताल में प्रो. विमुक्ता ने दम तोड़ दिया।
विधायक संजय शुक्ला ने फार्मेसी कॉलेज की प्राचार्य विमुक्ता शर्मा की मौत को दुखद घटना बताया है। उन्होंने कहा कि अब सरकार को इस घटना की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। सरकार की असंवेदनशीलता के कारण यह घटना घटित हुई है। इस घटना के लिए जिम्मेदार सभी अधिकारियों पर तत्काल कार्यवाही की जाना चाहिए। इस घटना को अंजाम देने वाले दोषियों के खिलाफ भी सरकार को सख्त रवैया दिखाना होगा। सरकार से विधानसभा के पटल पर घटना का जवाब मांगा जाएगा।