मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज एवं पूर्व सीएम कमलनाथ में जुबानी जंग तेज हो गई है। एक तरफ पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रदेश की शराब नीति को लेकर सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश को मदिरा प्रदेश बना दिया है। वहीं सीएम शिवराज ने इसे प्रदेश का अपमान करार दिया है।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि पहले हम मध्य प्रदेश की बात करते थे तो मध्य प्रदेश कहते थे,अब मदिरा प्रदेश कहते हैं। ये मैं नहीं कह रहा हूं, उमा भारती जी कह रही है। कमलनाथ ने कहा कि जिस तरह से छूट दी गई है अच्छे दिन लाने की। मोदी जी के अच्छे दिन लाने की पूरी पूर्ति शिवराज जी कर रहे हैं। घर-घर में शराब ये उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वे कह रहे हैं कि MP का मतलब मदिरा प्रदेश है। कमलनाथ जी को शर्म आनी चाहिए। ये प्रदेश की जनता का अपमान है और जनता इसको सहन नहीं करेगी। सीएम ने आगे कहा कि कमलनाथ का ही फैसला था कि शराब ठेकेदार उप दुकान खोल सकेंगे। उसकी राशि तय कर दी थी कितने करोड़ देकर उप दुकान खोल लेंगे। लाइसेंस के नियम को आसान करने की नीति कमलनाथ सरकार ने बनाई थी। ऑनलाइन शराब बिक्री, महिलाओं बहनों के लिए अलग से शराब की दुकान होंगी। आप की नीति बनती थी तो ठेकेदारों के लिए बनती थी, दबाव में बनती थी और उनके हिसाब से बनती थी। लेकिन हमने जो नीति बनाई वो माता बहन और बेटी के सम्मान को बरकरार रखने के लिए बनाई। हमने तय किया कि हम सारे अहाते बंद करेंगे। आप हमारा विरोध करें लेकिन मध्यप्रदेश का अपमान ना करें, कम से कम मध्यप्रदेश के लिए तो आपके मन में सम्मान का भाव होना चाहिए। आपने प्रदेश का अपमान किया है, जनता इसे सहन नहीं करेगी।