लखनऊ: यूपी विधानसभा में बजट सत्र का आज चौथा दिन है। सदन की कार्यवाही शुुरू होते ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया। जिसके बाद कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी। अब 12:20 बजे के बाद कार्यवाही दोबारा शुरू हुई है। दरअसल, यूपी विधानसभा में सपा और आरएलडी विधायकों ने शिवपाल यादव की अगुवाई में हंगामा किया। वो जातीय जनगणना की मांग कर रहे थे। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विधायक वेल में आ गए। वो कार्यवाही को आगे नहीं बढ़ने दे रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन विधायक नहीं माने। इसके बाद करीब 11:35 बजे विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दी। अब कार्रवाई फिर शुरू हुई है।
अखिलेश ने कहा कि अभी कांग्रेस के नेता हवाई जहाज़ से जा रहे थे, आपकी पुलिस पहुंच गई, एक लोकगायक ने गाना गाया, ‘का बा’ आपकी पुलिस नोटिस दे रही है। मैं ऐसा पहला मुख्यमंत्री हूँ, जिसने खुद की कार्टून बुक लॉन्च की थी,आपका नही होगा क्योंकि आप खुद कार्टून हैं। आपकी पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी क्या है,आप ने 5 करोड़ देने का कहा था, विधायको को कहां है, वो बजट। आपकी पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी नही बची अब। इस पर वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने जवाब दिया कि हमारी सरकार को 2 बार जनता ने वोट देकर शासन का मौका दिया, ये हमारी पॉलिटिकल क्रेडिबिलिटी।
‘इसी सदन में लोग खैनी खाते रहे, अध्यक्ष जी को नही दिखाई दिया’
अखिलेश ने कहा कि इसी सदन में लोग खैनी खाते रहे, अध्यक्ष जी को नही दिखाई दिया। नेता सदन स्टेडियम में जो इशारा कर रहे थे, वो यही लगा कि ये स्टेडियम मैंने नही बनाया है। नेता सदन अपने गोरखपुर में अबतक नाला नहीं बना सके, स्टेडियम नही बना सके। उन्होंने कहा कि आप अपने गोरखपुर में स्टेडियम नही बना सके कम से कम ‘क्योटो’ में तो बना देते। क्योटो कहां है, आपको पता होगा, अभी भी महराजगंज देवरिया के बच्चे स्वीमिंग पुल का इंतज़ार कर रहे हैं। मैं नेता सदन को भरोसा देते हैं, आप स्विमिंग पूल बनाइये, कोई समाजवादी नहाने नहीं जाएगा। मैं पूछना चाहूंगा- प्रदेश में कितने महिला थाने खुले हैं, गन्ना किसानों को भुगतान कितना किया,बकाया बताइए कितना हैं?
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आपके चीनी मिलों को लूटने वाले अधिकारियों पर बुलडोज़र कब चलेगा! 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होनी थी,क्या हुआ, ? देश के प्रधानमंत्री जी ने कहा था, सड़क पर खुले घूमने वाले जानवरो को निजात दिला देंगे,मुझे लग रहा है,दिल्ली लखनऊ वालों में तालमेल नही बैठ रहा! अखिलेश ने आगे कहा कि मैं याद दिलाना चाहता हूं,स्टूडेंट्स को लैपटॉप कितने दिए। वन स्कूल वन टीचर योजना चल रही है,8 हजार स्कूलों में शिक्षक ही नही है। नेता सदन लखनऊ मेट्रो में तो चलकर उद्घाटन का उद्घाटन कर दिया,आप कम से कम गोरखपुर में तो मेट्रो चलवा दीजिए।
उन्होंने कहा कि एम्स गोरखपुर के लिए जमीन समाजवादियों ने ही दिया था,धमकी भी दी गई थी कि अगर जमीन नही दी तो वो कहीं दूसरे राज्य में चली जाएगी, रायबरेली एम्स के लिए भी जमीन समाजवादियों ने दी थी। कहां हैं आपके एम्स। सड़के गड्ढा मुक्त हो गई ,सरकार को गड्ढे नही दिखाई देता। ज़ीरो टॉलरेंस की पॉलिसी का उदाहरण पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा सरकार को दिखा दिया गया,क्या खेल हुआ!!
वित्त मंत्री से बोले अखिलेश- कुछ अच्छा लिखवा लिया करिये, आपकी तुकबंदी ठीक नहीं
यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के संबोधन शुरू होते ही ठहाके लगने लगे। अखिलेश यादव ने कहा कि हमने सुना है, उत्तरप्रदेश की अर्थव्यवस्था अगर बेहतर होगी तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। नेता सदन हमेशा बोलते हैं कि उत्तरप्रदेश की आबादी 25 करोड़ है,राज्यपाल के अभिभाषण में 2017 से 2023 को लेकर बोला गया। वित्तमंत्री के लिए शेर याद आ गया, कुछ अच्छा लिखवा लिया करिये, आपकी तुकबंदी ठीक नहीं है।
अखिलेश के संबोधन लगे ठहाके
अखिलेश नेे कहा कि नेता सदन के लिए- आंखों पर सियासत का असर देख रहे हैं, किस ओर लगी आग, किधर देख रहे हैं। हमारे नेता सदन बहुत अच्छे खिलाड़ी लगते हैं, हमारे नेता सदन अभी कुछ दिन पहले अकेले टीवी पर एक खेल देख रहे थे,फुटबॉल का मैच लोग अकेले नही ग्रुप में देखते हैं,जिस टीम का सपोर्ट करते हैं,उसकी ड्रेस पहनकर देखते हैं,मुझे यकीन है कि नेता सदन उस दिन जल्दी सो गए होंगे,क्योंकि मैच देर तक चला। नेता सदन का एक और मैच देखा,3 ठप्पे में गेंद नही मार सके। उस स्टेडियम को समाजवादियों ने बनवाया,लेकिन उसमे सबसे ज्यादा नेता सदन गए थे।
प्रश्नकाल के दौरान सपा सदस्य संग्राम सिंह ने सरकार से पूछा कि क्या वह बिहार सरकार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी जातिवार जनगणना करायेगी। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सरकार की तरफ से इसका जवाब देते हुए कहा ” संविधान के अनुसार यह भारत सरकार का काम है और संघ सूची के क्रमांक 69 पर इस बात का उल्लेख है कि जनगणना भारत सरकार ही कराएगी। केंद्र सरकार ने जनगणना का एक अधिनियम और नियमावली भी बनाई है उसके अनुसार यह केंद्र के अधिकार क्षेत्र के अंदर आता है।”
उन्होंने कहा ”उत्तर प्रदेश अब बहुत आगे निकल चुका है। हम उत्तर प्रदेश को बिहार की तरफ नहीं पहुंचाना चाहते। बिहार में जिस तरीके की अराजकता और भ्रष्टाचार है, नौकरी देने में परिवारवाद का बोलबाला है, यहां तक कि चारा खाने का काम जहां पर होता रहा है, हम उस तरफ उत्तर प्रदेश को नहीं ले जाना चाहते।” शाही ने कहा ”उत्तर प्रदेश अपने तरीके से अपने राज्य को उत्तम प्रदेश बनाना चाहता है और हम सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबके प्रयास के आधार पर उत्तर प्रदेश को देश का सर्वोत्तम राज्य बनाना चाहते हैं। जो राज्य पिछड़ेपन और संकीर्णता के शिकार हैं, उनकी तरफ हम उत्तर प्रदेश को नहीं ले जाना चाहते।”
सरकार के इस जवाब से असंतुष्ट सपा सदस्य सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए सदन के बीचोंबीच आ गये। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने हंगामा कर रहे सदस्यों से कहा कि सपा सदस्य द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर आ गया है और सदन की कार्यवाही को विधिवत संचालित करने दिया जाए। इसी हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यसूची में उल्लिखित मदों को एक-एक कर पढ़ना शुरू कर दिया। इसके बावजूद सपा सदस्य हंगामा और नारेबाजी करते रहे। हंगामा थमते न देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।