उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत से पहले सोमवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए राज्य सरकार पर जमकर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि, ‘सबका साथ, सबका विकास’ तभी संभव है जब उत्तर प्रदेश में जाति आधारित जनगणना कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि,‘‘जाति आधारित जनगणना की मांग सपा की कोई नई मांग नहीं है। इससे पहले भी सपा तथा अन्य कई पार्टियों ने इसकी मांग रखी है।
बता दें कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य विधानसभा के बजट सत्र के लिए विधानसभा जा रहे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की और योगी सरकार हमला करते हुए कहा है कि, ‘सबका साथ, सबका विकास’ तभी संभव है जब जाति आधारित जनगणना कराई जाएगी।” उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार सभी सरकारी संस्थाओं को बेच रही है। किसानों को भाजपा ने धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि झूठ के बल पर यूपी सरकार में आई है। अखिलेश ने कहा कि हमारी मांग है कि भाजपा सरकार जातीय जनगणना कराए।
‘सबका साथ, सबका विकास’ है BJP का नारा
गौरतलब है कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) का नारा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता अक्सर इस नारे का जिक्र करते हैं। सपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए कहा, ‘‘वह (मुख्यमंत्री) दूसरे प्रदेश से आए हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश में जाति आधारित जनगणना से कोई लेना देना नहीं है। जाति के आधार पर जनगणना होने के बाद ही लोगों को उनका वाजिब सम्मान मिलेगा, नहीं तो बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के सपने अधूरे ही रह जाएंगे।” पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर देहात में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान एक झोपड़ी में आग लगने से मां-बेटी की मौत होने की हाल की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।