उत्तर-पूर्व दिल्ली के यमुना विहार में पार्किंग को लेकर हुए विवाद में लोगों के एक समूह ने पिता-पुत्र को गोली मार दी। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वीरेंद्र अग्रवाल को सीने में गोली लगी और उनके बेटे सचिन अग्रवाल के हाथ में गोली लगी। स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया और दोनों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जाती है।
पुलिस के अनुसार, घटना वीरवार रात को उस वक्त हुई जब पीड़ित एक विवाह समारोह के बाद घर लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि घर पहुंचने पर उन्होंने पाया कि पड़ोसी की कार सड़क पर इस तरह से खड़ी की गई थी किसी और वाहन के आने-जाने के लिए जगह ही नहीं थी।
पुलिस ने बताया कि उन्होंने आरिफ नामक अपने पड़ोसी को अपनी कार हटाने के लिए कहा और इसे लेकर उनके बीच विवाद भी हुआ। आरिफ के मकान मालिक फुरकान और अन्य स्थानीय लोगों के दखल के बाद स्थिति नियंत्रण में आ गई। उन्होंने बताया, लेकिन इसके कुछ ही देर बाद आरिफ कुछ लोगों के साथ अग्रवाल के आवास पर पहुंचा। झगड़ा बढ़ने पर आरिफ और उसके साथियों ने गोली चला दी जिससे वीरेंद्र और सचिन घायल हो गए।
वीरेंद्र के दूसरे बेटे सौरभ अग्रवाल ने कहा कि समूह ने 10-15 राउंड गोली चलाई। पुलिस ने कहा कि स्थानीय लोगों ने घटना के बाद भाग रहे आरिफ के एक साथी को पकड़ लिया और उसकी पिटाई की। पुलिस के अनुसार, आरिफ सेकंड हैंड कारों की खरीद-बिक्री का काम करता है और वह सात-आठ महीने पहले ही यहां रहने आया था। मामले में आगे की जांच जारी है।