उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के अछल्दा थाना क्षेत्र में शिक्षक की कथित पिटाई से दसवीं के दलित छात्र की मौत मामले में प्रदेश सरकार द्वारा दी गई सहायता राशि के चेक को बैंक ने खारिज कर दिया। इसे लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा नकली संवेदना का नक़ली चेक। दलित बच्चे की पिटाई से हुई मौत के बदले मुआवजे का चेक जब बैंक में खारिज हो गया तो अब भाजपा का शासन-प्रशासन मुंह छिपाने के लिए कह रहा है वो चेक प्रतीकात्मक था। इससे बचकानी बात और क्या होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा में सब कुछ प्रतीकात्मक है, अच्छा हो कहा जाए छलात्मक है।
बता दें कि , 27 सितंबर 2022 को अछल्दा थाना क्षेत्र के फफूंद रोड स्थित एक इंटर कॉलेज में 10वीं के छात्र वैसोली गांव निवासी निखिल कुमार (15) को सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अश्विनी सिंह ने परीक्षा में किसी गलती की वजह से पिटाई कर दी थी। जिसे छात्र बेहोश हो गया था। उसके बाद उसके बाद स्कूल प्रशासन छात्र के परिजनों को जानकारी दी। घटना की जानकारी होने पर परिजनों विद्यालय पहुंचे। उसके छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर उसकी इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पुलिस सूत्रों ने इस मामले बताया कि पिता राजू दोहरे ने पुलिस को तहरीर दी है कि सात सितंबर को सामाजिक विज्ञान के शिक्षक अश्विनी सिंह ने परीक्षा में दो गलतियां करने पर उनके बेटे की लात-घूसों और डंडों से पिटाई की, जिससे वह बेहोश हो गया। बिधूना के क्षेत्राधिकारी (सीओ) महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि आरोपी शिक्षक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और अनुसूचित जाति-जनजाति निवारण अधिनियम समेत संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की।
वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) चंद्रशेखर ने आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया था। काफी बवाल के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता का ऐलान किया। लेकिन जब सहायता राशि का चेक लेकर परिजन बैंक पहुंचे तो कर्मचारियों ने चेक को कैंसिल बता दिया। जिसका वीडियो वायरल हो गया। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद औरैया के DM ने का कि यह चेक प्रतीकात्मक था।