शहर के नागरिक के अस्पात में डिलीवरी के बाद 22 वर्षीय महिला की मौत हो गई, जबकि नवजात शिशु स्वस्थ है। परिजनों ने महिला की मौत के बाद अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप लगाए। साथ ही मामले की शिकायत पुलिस को भी दी गई। शिकायत बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई।
बता दें कि खोड़ गांव के संजय नामक व्यक्ति ने 19 दिसंबर को डिलीवरी के लिए अपनी पत्नी को नारनौल के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया था। इस दौरान उसकी पत्नी का बेटा पैदा हुआ। पति के मुताबिक बीती रात पत्नी संजू की तबीयत अधिक खराब हो गई और वह डॉक्टरों को बुलाते रह गए, लेकिन कोई भी डॉक्टर इलाज के लिए नहीं आया। इस दौरान इलाज के अभाव में महिला ने दम तोड़ दिया। पीड़ित ने कहा कि अगर डॉक्टर समय पर आ जाते तो मेरी पत्नी की जान नहीं जाती। उसने इस मामले की शिकायत गृह मंत्री अनिल विज से भी की है।
इस मामले को लेकर गायनिक विभाग की डॉक्टर अंजली सैनी का बेतूका बयान सामने आया है। उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि यहां पर डॉक्टर नहीं रहते है। क्योंकि जरूरत पड़ने पर उन्हें बाहर से हायर किया जाता है। अस्पताल परिसर में डॉक्टरों की कमी है। इसके लिए ऊपर तक बताया गया है। डॉक्टर अंजली सैनी का बयान अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा कर रहा है।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक केएम शर्मा का कहना है कि डिलीवरी के बाद एक महिला की मौत का मामला उनके सामने आया है। इसको लेकर परिजनो ने अस्पताल मे हंगामा किया। जिसको लेकर पुलिस बुलानी पड़ी। साथ ही उन्होने कहा कि डाक्टर व स्टाफ की कोई लापरवाही है तो उसके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं जांच अधिकारी गोविन्द सिंह ने बताया कि उन्हे मृतक के पति ने एक शिकायत दी है। जिसके बाद मामले की जांच के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।