उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां मोबाइल चोरी के शक में मालिक ने वेटरों को जंजीरों में बांधकर पैरों में ताले डालकर कोल्ड स्टोरेज में बंधक बनाए रखा। जंजीर से बांधकर उसके साथ जमकर मारपीट की गई। फिर मोबाइल की तलाश में कई जगह ले जाया गया, लेकिन मोबाइल नहीं मिला। यह पूरी घटना कमालगंज थाने से चंद कदमो दूर हुई है। जिसकी पुलिस को कोई खबर तक नहीं लगी। सोशल मीडिया में खबर चलने के बाद सो रही पुलिस जागकर कार्रवाई की बात कर रही है।
वेटरों को कोल्ड स्टोरेज में बंधक बनाकर जमकर की मारपीट
जानकारी मुताबिक कमालगंज के एक गेस्ट हाउस में एक शादी समारोह का प्रोग्राम था। समारोह में कुछ वेटर फर्रुखाबाद और कुछ वेटर कमालगंज के काम कर रहे थे। जहां पर शादी समारोह में आई नितेश माहेश्वरी की पत्नी का मोबाइल चोरी हो गया। मोबाइल चोरी हो जाने की सूचना उन्होंने अपने परिजनों को दी। परिजनों ने वहां काम कर रहे वेटरों पर शक जाहिर किया। प्रोग्राम में पहुंचे गेस्ट हाउस मालिक नितेश माहेश्वरी ने रात 12 बजे 5 वेटरों को पकड़ कर अपने महेश्वरी कोल्ड स्टोरेज ले आए और उनके पैरों में जंजीर में बांधकर उन्हें बंधक बना लिया उनके साथ जमकर मारपीट की गई। युवा व्यपार मण्डल अध्यक्ष रितेश महेश्बरी ने कोल्ड मे बंधक बनाकर उनको तालिबानी सजा दी।
12 घंटों तक वेटरों को भूखे-प्यासे जंजीरों से बांधे रखा
आपको बता दें कि अजय पुत्र रामआसरे निवासी महरुपुर रवि, लल्ला पुत्र जयपाल निवासी लकूला, राहुल पुत्र ब्रह्मानंद निवासी लकूला, अमन पुत्र राजकुमार नेकपुर चौरासी फर्रुखाबाद, लखन पुत्र राजकुमार निवासी सराय प्रयाग थाना गोसाईगंज जनपद कन्नौज, यह सब लोग बेटर हैं। युवा व्यपार मण्डल अध्यक्ष के उचे रसूक के चलते पुलिस ने कार्रवाई करने की जहमत तक नहीं की। वायरल वीडियो में युवकों ने बताया की रात्रि 12 बजे हम 5 लोगों को नितेश महेश्वरी कोल्ड ले आए थे। हम लोगों के साथ जमकर मारपीट की और पैरों में जंजीरो पर ताले डाल दिए और पिलर से सभी को बांध दिया। 12 घंटे से हमलोग भूखे प्यासे बंधे हुए है। हम लोगों को लेट्रीन पेशाब तक नहीं करने दिया। जब सोशल मीडिया पर पैरों में जंजीरें व ताला पड़ा खंबे से बंधे होने की खबर चैनल पर चली तब पुलिस अधिक्षक अशोक कुमार मीणा ने पुलिस फोर्स भेजकर 2 घंटे में पांचों युवकों को बंधन मुक्त कराया। अब देखना होगा की कोल्ड मालिक व व्यापारी नेता पर पुलिस क्या कार्रवाई करती है या उचे रसूक के चलते मामले को दबाने में लगी रहेगी ?