वास जिले के बरोठा थाना क्षेत्र के ग्राम बांगरदा में 6 दिसंबर की शाम मिली 15 वर्षीय हरिओम की कंधे के नीचे से दोनों हाथ कटी हुई लाश के मामले में एसपी डॉक्टर शिव दयाल सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया। प्रेमिका के कहने पर आरोपी कलयुगी पिता मोहनलाल ने ही अपने इकलौते बेटे हरिओम की रस्सी से गला दबाकर हत्या की और दोनों हाथों को बड़ी ही बेरहमी से दरांते से काटकर हाथों को करीब 350 फीट गहरे बोरिंग में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपी पिता मोहनलाल और उसकी 28 वर्षीय प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया है।
बेटे को कड़ी मेहनत मशक्कत कर पाल-पोस कर बड़ा करने वाला एक बाप मोहब्बत में इतना अंधा हो गया कि उसने प्रेमिका के कहने पर अपने इकलौते बेटे की निर्मम हत्या कर डाली। यह सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाते है। ये घटना देवास जिले के बरोठा थाना क्षेत्र के ग्राम बांगरदा में सामने आई है। जहां एक खेत के समीप झाड़ियों में 6 दिसंबर की शाम एक 15 वर्षीय किशोर की लाश मिलने की ख़बर लगते ही इलाके में सनसनी फैल गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब पूछताछ की तो पिता मोहनलाल ने लाश अपने बेटे की बताकर पुलिस को यह कहकर गुमराह किया कि 5 दिसंबर की रात को करीब 2:30 बजे जब वह खेत पर पानी फेरने गया था तब बेटा घर पर सो रहा था, लेकिन सुबह करीब 6 बजे जब वह वापस आया तो बेटा नहीं मिला। उसने सोचा कि वह पहले की तरह बिना बताए अपने मामा के घर चला गया होगा।
मामले की गंभीरता को देखते हुए खुद एसपी डॉक्टर शिव दयाल सिंह, एडिशनल एसपी मनजीत सिंह चावला सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और फिर पुलिस ने कंधे के नीचे से काटे गए दोनों हाथों को आसपास झाड़ियों में ढूंढने के प्रयास किया, डॉग स्क्वॉयड की टीम सहित कॉल डिटेल खंगाली गई। लाश को पोस्टमार्टम के लिए देवास जिला चिकित्सालय भेजा गया। जहां बुधवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया था। आरोपी का सुराग लगाने के लिए 3 स्पेशल टीम गठित की गई थी। गुरुवार रात पूछताछ के दौरान पुलिस को उस समय सफलता हाथ लगी जब उसने साइंटिफिक तरीके से prolonged interrogation किया और मोहनलाल ने कबूल कर लिया कि उसके बेटे का हत्यारा वह खुद है।
एसपी डॉक्टर शिव दयाल सिंह ने आज दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 15 वर्षीय हरिओम की निर्मम हत्या का खुलासा करते हुए बताया कि पिता मोहनलाल चौहान ने ही बेटे हरिओम की नृशंस हत्या की। आरोपी पिता मोहनलाल के अपने चचेरे भाई की पत्नी आशा से अवैध संबंध थे। मृतक हरिओम ने उन्हें 2 दिसंबर को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। 28 वर्षीय प्रेमिका आशा ने मोहनलाल पर दबाव बनाया कि हरिओम यह बात किसी को बताए उससे पहले उसकी हत्या करना पड़ेगी
इश्क में अंधे पिता ने अपनी प्रेमिका आशा के कहने पर 5 दिसबंर की रात करीब 2:30 बजे अपने बेटे हरिओम को नींद से उठाया और खेत पर पानी फेरने की बात कहकर खेत पर बने मकान की छत पर ले गया जहां उसने रस्सी से गला दबाकर और दोनों हाथों को कंधे के नीचे से दरांते से बड़ी ही बेरहमी से काटकर बेटे को मौत के घाट उतार दिया। फिर दोनों ही हाथों को करीब 350 फीट गहरे बोरिंग में फेंककर हत्या करने के बाद आरोपी पिता ने अपनी प्रेमिका आशा को सुबह करीब 5:18 मिनट पर mobile कर बेटे की हत्या की ख़बर दी।
पुलिस ने हत्या के आरोपी कलयुगी बेरहम पिता मोहनलाल और उसकी षडयंत्रकारी प्रेमिका आशा को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के बीच 5 साल से अवैध संबंध थे। आशा खुद भी शादीशुदा है उसके दो बच्चें भी है। एसपी डॉक्टर शिव दयाल सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा कर कहा कि अब पुलिस टीम आरोपी की निशानदेही पर कैमरे की मदद से करीब 350 फीट गहरे बोरिंग में फेंके गए मृतक हरिओम के दोनों हाथ निकालने में जुट गई है।