दिल्ली में ट्रांसजेंडर समुदाय से आम आदमी पार्टी (आप) की पहली पार्षद बनने वालीं सुल्तानपुरी की बॉबी का मानना है कि उनकी जीत समाज में ट्रांसजेंडर के प्रति सोच में बदलाव का जश्न है। बॉबी (38) ने सुल्तानपुरी-ए वार्ड से कांग्रेस प्रत्याशी वरुणा ढाका को 6,714 मतों से हराया। बॉबी ने कहा, ‘‘आज मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है…यह बदलाव का जश्न है और लोग मुझ जैसे लोगों को ज्यादा स्वीकार कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, ‘मानसिकता बदल रही है। मैं कहूंगी कि 70 प्रतिशत लोगों की मानसिकता बदली है, मैं पार्षद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान बदलाव लाऊंगी।”
बॉबी 15 वर्ष की थीं जब उनके परिवार ने उन्हें सामाजिक दबाव के कारण ट्रांसजेंडर समुदाय के एक ‘गुरुजी’ को सौंप दिया था। धमकाए जाने और उत्पीड़न के कारण जब वह 9वीं कक्षा में थीं तो उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा था, अब वह दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की पहली ट्रांसजेंडर सदस्य होंगी। बॉबी अपने निर्वाचन क्षेत्र को सुंदर बनाना चाहती हैं और अपने क्षेत्र के लोगों के जीवन में सुधार करना चाहती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी पहली प्राथमिकता क्षेत्र की सफाई होगी। कांग्रेस और भाजपा पार्षदों के काल में भ्रष्टाचार के मामले आते थे। अव्यवस्थित पड़े पार्क का सौंदर्यीकरण भी मेरे लिए प्राथमिकता होगी।” उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र गंदा है और मैं इसे साफ करने और कचरे से छुटकारा पाने पर ध्यान केंद्रित करूंगी।”
बॉबी ने 2017 में निगम चुनाव लड़ा था लेकिन हार गई थीं। लंबे समय से सामाजिक कार्यों से जुड़ी रहने के कारण वह बच्चों को स्कूलों में प्रवेश दिलाने में मदद करती रही हैं। बॉबी ने कहा कि उनकी जीत से ट्रांसजेंडर समुदाय का भी मनोबल बढ़ेगा। उन्होंने कहा, ‘‘समाज बदल रहा है और हमारे समुदाय के लोगों को स्वीकार किया जा रहा है। मैंने बहुत सारी परेशानियों और कठिनाइयों का सामना किया है, लेकिन अब चीजें बदल रही हैं।”