दिल्ली नगर निगम के 250 वॉर्डों पर हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 134 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। वहीं, भाजपा 104 सीटें, कांग्रेस 9 सीटें और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 3 पर जीत दर्ज की। दिलचस्प बात यह रही कि इस बार दिल्ली की जनता ने ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ यानी नोटा पर जमकर बटन दबाया है।
इस बार नोटा को 57 हजार से ज्यादा मतदाताओं ने अपनी पहली पसंद चुना। यानी 57 हजार ऐसे मतदाता थे जिन्हें अपने वॉर्ड के प्रत्याशी पसंद नहीं थे। यही वजह है कि उन्होंने अपना मत नोटा को दिया। एमसीडी चुनाव में कुल 73,35,825 मत डाले गए। इनमें से 57,545 या कुल मतों का 0.78 प्रतिशत लोगों ने नोटा को चुना। पिछले चुनावों की तुलना में ये संख्या 8300 ज्यादा है। बता दें कि 2017 में, कुल 49,235 या 0.69 प्रतिशत वोट नोटा पर पड़े थे।