पासी समाज के सैकड़ों लोगों ने आज जमुई से सांसद और बिहार राजनीति के बड़े चेहरे चिराग पासवान से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान चिराग पासवान ने मीडिया से कहा कि नीतीश कुमार का बिहारियों के प्रति नजरिया नफरत का हैं।
ताड़ी एक नेचुरल जूस हैंः चिराग
चिराग पासवान ने कहा कि पासी समाज के लोग अपने हक और अधिकार के लिए सड़क पर उतरे थे और उन पर लाठियां चलाई गई मुकदमे किए गए। पासी समाज के लोगों के बच्चों का जीवन अंधकार में हैं। नीतीश कुमार आलीशान बंगले में आराम से रह रहे हैं। नीतीश कुमार को अपने घर बंगले की जैसे ही चिंता होती है, वह पाला बदल लेते हैं। उन्होंने कहा कि पासी समाज के कई लोगों का पीढ़ी दर पीढ़ी ताड़ी का व्यवसाय रहा है। पासी समाज का एक मात्र साधन ताड़ी बेचना ही हैं। हमारे नेता रामविलास पासवान से लेकर अब तक हम लोग ताड़ी पर प्रतिबंध हटाने की मांग कर रहे हैं। नीतीश कुमार को अपने प्रदेश के लोगों का दर्द दिखाई नहीं पड़ता हैं। ताड़ी एक नेचुरल जूस है। शराब कैसे बनती है, वह नीतीश कुमार के प्रशासन के लोग जानते हैं।
बिहार में अवैध शराब का धंधा चल रहा हैः लोजपा अध्यक्ष
चिराग ने कहा कि नीतीश के अधिकारियों के नेतृत्व में बिहार के हर प्रखंड में हर जिले में शराब बनाने का व्यवसाय चल रहा हैं। बिहार में अवैध शराब का धंधा चल रहा है, जिससे कई लोगों की मौत भी हो जाती हैं। नीतीश कुमार कार्रवाई करते हैं तो पासी समाज के लोगों पर। गरीब परिवार के लोगों पर कार्रवाई होती है, झूठे मुकदमे दर्ज किए जाते हैं। अवैध शराब का व्यापार करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है क्योंकि वहां से अवैध पैसा आता हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नाक के नीचे से शराब की होम डिलीवरी हो रही है, लेकिन नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं। पासी समाज के लोगों पर लाठियां चलाई जाती है, क्योंकि वह अपने हक और अधिकार की मांग कर रहे हैं। क्या नीतीश कुमार के पास समस्या का एक ही हल रह गया है लाठी चलाना ? नीतीश कुमार की पार्टी तीसरे नंबर की पार्टी है।
मुख्यमंत्री दूसरी पार्टियों से जलते हैंः चिराग
सांसद चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री दूसरी पार्टियों से जलते हैं। राजद के प्रचार में मुख्यमंत्री नहीं जाते हैं। एक वक्त में नीतीश कुमार को उनका विकल्प माना गया था, जिनके साथ आज नीतीश कुमार चले गए है। जनता के भरोसे को नीतीश चकनाचूर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराब बनाने वालों को संरक्षण देते हैं। बिहार में नीतीश कुमार की दोहरी नीति चल रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि ताड़ी उतारने की जो परंपरा हैं, उसे व्यवसाय घोषित करना चाहिए। पासी समाज की सारी मांगों का हम समर्थन करते हैं। 2016 में नीतीश कुमार को जब ज्ञान की प्राप्ति हुई तो नीतीश ने पंचायत-पंचायत दुकान खुलवा दी थी। सरकार पासी समाज की मांगों को पूरा नहीं करेगी तो उस दिन सिर्फ ट्रेलर दिखा था, आगे और उग्र प्रदर्शन होगा। मुख्यमंत्री की 1 लाख रुपए की सतत जीविकोपार्जन नीति को चिराग ने मजाक बताया है।