उत्तर प्रदेश के मैनपुरी संसदीय क्षेत्र और रामपुर एवं खतौली विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनावों के बीच राज्य सरकार ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के विधायक शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा ‘जेड श्रेणी’ से घटाकर ‘वाई श्रेणी’ की कर दी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को शिवपाल यादव की सुरक्षा का घटाये जाने की पुष्टि की है। सरकार के इस फैसले के बाद भाजपा और सपा के बीच एक दूसरे पर पलटवार करना और भी तेज हो गया है। वहीं, योगी सरकार के इस फैसले को अखिलेश यादव ने आपत्तिजनक बताते हुए भाजपा पर हमला किया है।
चाचा की सुरक्षा कम किए जाने पर अखिलेश की पहली प्रतिक्रिया
शिवपाल यादव की सुरक्षा हटाये जाने को समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आपत्तिजनक बताया हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘माननीय शिवपाल सिंह यादव जी की सुरक्षा श्रेणी को कम करना आपत्तिजनक है। साथ ही ये भी कहना है कि पेंडुलम समय के गतिमान होने का प्रतीक है और वो सबके समय को बदलने का संकेत भी देता है और ये भी कहता है कि, ऐसा कुछ भी स्थिर नहीं है जिस पर अहंकार किया जाए।’’
अब Y श्रेणी की सुरक्षा में रहेंगे शिवपाल यादव
उल्लेखनीय है कि हाल ही में समाजवादी पार्टी ने प्रसपा प्रमुख शिवपाल को मैनपुरी संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में अपना स्टार प्रचारक बनाया है। अखिलेश यादव से बढ़ी करीबियों के बाद प्रसपा अध्यक्ष और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा को कम कर दी गई है। अब शिवपाल यादव को जेड श्रेणी की जगह वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। सुरक्षा मुख्यालय ने सोमवार को इस संबंध में निर्देश जारी किए थे। बता दें कि वर्ष 2018 में शिवपाल सिंह यादव को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गयी थी। पुलिस के अनुसार ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं, जिनमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षा गार्ड) भी होते हैं, जबकि ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा में राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) के चार से पांच कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षाकर्मी तैनात किये जाते हैं।