यूं तो गहनों से महिलाओं को बहुत प्यार होता है, लेकिन गहनों को लेकर बात तलाक तक पहुंच जाए, ऐसा शायद ही कभी सुना होगा आपने। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक पति को मकान बनाने के लिए गोल्ड लोन लेना था। जब उसने पत्नी से गहने मांगे तो विवाद इतना बढ़ गया कि नाराज होकर पत्नी मायके चली गई। मामला तलाक तक पहुंच गया। पारिवारिक विवाद प्राधिकरण ने दोनों को बुलाकर समझौता कराया।
पत्नी को मनाने के लिए पति को लिखित में देना पड़ा कि वह कभी गहने नहीं मांगेगा। प्राधिकरण के पास एक आरक्षक ने आवेदन दिया कि पत्नी उससे झगड़ा करके मायके चली गई है। उसने गोल्ड लोन के लिए गहने मांगे थे, ताकि अधूरे मकान का निर्माण पूरा हो सके। इसको लेकर पत्नी ने झगड़ा किया। वह शादी में चढ़ाए जेवर, लोन के चार लाख रुपए और चेक लेकर चली गई है। इससे घर का निर्माण भी रुक गया है। वह पत्नी को नाराज नहीं करना चाहता था। उसके कहने पर ही वह जैसे-तैसे लोन पर रुपए लेकर मकान बना रहा है। यदि पत्नी नहीं आई तो सब कुछ बिखर जाएगा।
इस मामले में तीन बार काउंसलिंग की गई। इसके बाद दोनों के बीच समझौता हो गया। काउंसलिंग में पत्नी कहा कि कुछ भी हो जाए, वह गहने नहीं देगी। चाहे मकान बने या नहीं। गहने ही जमा पूंजी हैं, वह उसे बर्बाद नहीं होने दे सकती। पत्नी ने कहा कि पति पहले भी ऐसा कर चुके हैं। इसलिए वह धोखा खा चुकी है। उसने आरोप लगाया कि पति शराब पीकर झगड़ा करते हैं, जिससे वह परेशान हो गई। वे नानवेज खाते हैं, जो उसे पसंद नहीं है। पति ने शिकायत को दूर करने लिखित में दिया कि वह न गहने मांगेगा और न ही शराब और नानवेज को हाथ लगाएगा। इसके बाद पत्नी ने घर जाने पर सहमति जताई।