राजकीय रेलवे पुलिस थाने में शिकायत करने के बाद अज्ञात लोगों कें खिलाफ धारा 147 149 188 353 और 125 लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि इटावा रेलवे स्टेशन पर मध्य रात्रि में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब रेलवे इंक्वायरी अनाउंसमेंट से डिंपल यादव जिंदाबाद के नारे लगने लगा। इस दौरान स्टेशन पर मौजूद यात्रियों में हड़कंप मच गया। यात्रियों ने इसका जमकर विरोध किया। बताया जा रहा है कि इंक्वायरी आफिस में कुछ अराजक तत्वों ने जबरदस्ती घुसकर माइक से नारेबाजी कर दी है। वहीं मामला तूल पकड़ा तो रेलवे कर्मचारी ने माफी मांग ली।
स्टेशन पर मौजूद लाल बाबा नाम के यात्री ने बताया कि वह गाड़ी के अनाउंसमेंट को सुनने के लिए बैठे हुए थे तभी अचानक से डिंपल यादव जिंदाबाद की नारों की आवाज माइक से सुनाई देने लगी, उन्होंने कहा कि मैंने जा कर इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि इस तरह से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग राजनीतिक तरीके से करना गैरकानूनी माना जाता है। उन्होंने कहा कि मैं किसी पार्टी का समर्थक नहीं हूं मेरे लिए सभी बराबर है लेकिन जब रेलवे इंक्वायरी से अनाउंसमेंट हो रह है तो मैंने इसका विरोध किया।
कार स्टैंड के कर्मचारी मोहित चतुर्वेदी ने बताया कि लगभग रात के 11:00 बजे के आस पास ट्रेनों की जानकारी देने के बजाय राजनीतिक नारे लगाते हुए सुनाई दिया। उन्होंने बताया कि डिंपल यादव जिंदाबाद के नारे सुनाई देने लगे, जब मैंने वहां जाकर देखा तो वहां कई यात्री खड़े हुए थे और वह भी बड़े अचंभित थे। वहीं मामले को लेकर रेलवे अनाउंसमेंट कर्मचारी मुकेश कुमार ने बताया कि रात्रि में मौजूद तैनात कर्मचारी मंशा मुंडा के अनुसार कुछ अराजक तत्व घुस आए थे जिन्होंने जबरदस्ती इस तरह की नारेबाजी कर दी थी। इसकी शिकायत रेलवे प्रशासन में कर दी है। इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।