आगर रोड के रलायता गांव में बुधवार रात को घर के आंगन में बैठे दो बच्चों पर बिजली का जर्जर खंभा गिर गया। दोनों बच्चों की खंभे के नीचे दबने से मौत हो गई। इनमें एक तीन साल की बालिका व दूसरा पांच साल का बालक है जो रिश्ते में भाई-बहन थे। हादसे के बाद परिजन समेत ग्रामीणों ने हंगामा किया व आरोप लगाया कि एक साल से बिजली कंपनी को शिकायत कर रहे थे। खंभा तिरछा हो गया व तार सड़ गए थे, लेकिन बिजली विभाग ने ध्यान नहीं दिया। इसी लापरवाही ने बच्चों की जान ले ली।
मृतकों के नाम निधि पिता कालूसिंह तीन साल व दीपपाल पिता दिलीप पांच साल बताए गए। हादसे के समय दोनों घर के बाहर आंगन में चटाई पर बैठ कर खेल रहे थे। इसी दौरान हादसा हुआ। चीख पुकार सुनकर पूरा गांव इकट्ठा हो गया व दोनों बच्चों को लेकर उज्जैन जिला अस्पताल आए लेकिन यहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम संजीव साहू के सामने आक्रोश जाहिर करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि बिजली कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से हादसा हुआ है। इनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होना चाहिए व पीड़ित परिवार को 25-25 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए।
एसडीएम साहू ने कहा कि जांच के निर्देश दे दिए हैं। इधर, घटि्टया थाना प्रभारी विक्रम चौहान ने बताया कि बालक व बालिका रिश्ते में ममेरे भाई-बहन लगते हैं। दोनों के शव मरच्यूरी में रखवा दिए हैं जिनका आज गुरुवार को पोस्टमार्टम होगा।