राजस्थान कर्मचारी आयोग की ओर से 12 व 13 नवंबर को हुई परीक्षा का एक पेपर लीक होने का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में एक विद्युत विभाग कर्मचारी को पकड़ने के बाद कुल 10 लोगों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में सामने आया है कि पांच लाख रुपये में पेपर खरीदा गया था और 6-6 लाख रुपये में बेचा गया था। इस पेपर की आंसर शीट परीक्षा के एक घंटे पहले ही आ गई थी। कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि शनिवार को हुए दूसरी पारी के पेपर को रद्द कर दिया है। जनवरी में फिर से वनरक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
राजसमंद SP सुधीर चौधरी ने रविवार को बताया कि एसओजी ने राजसमंद पुलिस को इनपुट दिया था कि परीक्षा से पहले अभ्यर्थी दीपक शर्मा के पास आंसर शीट है। 12 नवंबर की दूसरी पारी के पेपर से एक घंटे पहले डेढ़ बजे दीपक शर्मा को आंसर शीट मिल चुकी थी। दीपक के व्हाट्सएप की जांच की तो उसमें 62 आंसर विकल्पों के साथ मिले। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। दीपक शर्मा विद्युत निगम के उदयपुर कार्यालय में तकनीकी सहायक पद पर कार्यरत है।
राजसमंद SP सुधीर चौधरी ने रविवार को बताया कि एसओजी ने राजसमंद पुलिस को इनपुट दिया था कि परीक्षा से पहले अभ्यर्थी दीपक शर्मा के पास आंसर शीट है। 12 नवंबर की दूसरी पारी के पेपर से एक घंटे पहले डेढ़ बजे दीपक शर्मा को आंसर शीट मिल चुकी थी। दीपक के व्हाट्सएप की जांच की तो उसमें 62 आंसर विकल्पों के साथ मिले। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। दीपक शर्मा विद्युत निगम के उदयपुर कार्यालय में तकनीकी सहायक पद पर कार्यरत है।
एग्जाम से पहले ही मिल गए 62 सवालों के जवाब
इस आंसर शीट को पेपर से मिलाया गया तो हुबहू निकला। दीपक ने पुलिस को बताया कि उसे 9461*** सीरीज के वॉट्सऐप नंबर से यह आंसर-शीट मिली थी। व्हाट्सएप वाइस कॉल पर 12 नवंबर को हुई परीक्षा के दूसरी पारी के प्रश्न पत्र के उत्तर के लिए उसने 5 लाख रुपये में डील की थी। डील के तहत आंसर शीट व्हाट्सएप पर परीक्षा से करीब 1 घंटे पहले उपलब्ध कराने की बात हुई थी। पुलिस ने पूछा कि किस सोर्स से पेपर मिला तो गंगापुर सिटी, सवाई माधोपुर निवासी पवन सैनी का नाम सामने आया। पुलिस ने पवन को हिरासत में ले लिया है।
ऐसे हुआ हल और लीक
जांच के मुताबिक, दीपक शर्मा ने बताया कि पांच लाख रुपये में प्रश्न पत्र हासिल होने के बाद सपोटरा करौली निवासी जितेंद्र सैनी, लालसोट निवासी हेतराम के व्हाट्सएप नंबर पर सवालों को हल कर प्रश्न पत्र भेजा गया। इसके लिए 6-6 लाख रुपये लिए गए। पुलिस ने दीपक शर्मा, पवन सैनी, जितेंद्र सैनी, हेतराम को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ अवैध रूप से पेपर हासिल करने और उसे बेचने के मामले में केस दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में जयपुर के आंधी निवासी गिरिरराज मीणा, भरतपुर निवासी लखन जाट, जयपुर ग्रामीण निवासी राजेश मीणा, सांवलराम मीणा, सवाई माधोपुर निवासी मनीष सैनी, विजेंद्र सैनी को हिरासत में लिया है।
पुलिस इस गिरोह के सदस्यों से पूछताछ कर रही है। पुलिस को इस मामले में और भी लोगों के जुड़े होने की आशंका है। इस मामले का एसओजी के नेतृत्व में राजसमंद, दौसा, करौली और सवाई माधोपुर पुलिस के जरिये खुलासा किया गया है।