एसी और प्लंबर मिस्त्रियों का एक गैंग राजधानी पटना में सक्रिय था, जो अपार्टमेंट और घरों की रेकी करने के बाद वहां भीषण चोरी की घटना को अंजाम देता था। इस गिरोह के पांच सदस्यों को शास्त्रीनगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चोरों के पास से जेवरात के अलावा नकद रुपये व लाखों के सामान भी बरामद किए गए हैं। पकड़े गए आरोपितों में शाहिद, एजाज अली (दोनों भाई, महेंद्रू शाहगंज), मो. राजा (ट्रेनिंग स्कूल, जाफर गली), फैयाज खान (ट्रेनिंग स्कूल, जाफर गली, सुल्तानगंज) और कल्लू बिंद उर्फ लंगड़ा (शेखपुरा बिंद टोली) शामिल हैं।
शास्त्रीनगर थानेदार रामशंकर सिंह ने बताया कि गिरोह शास्त्रीनगर, दीघा-आशियाना रोड, दानापुर व अन्य इलाकों में सक्रिय था। पुलिस के हत्थे चढ़े एजाज और शाहिद प्लंबर हैं, जबकि राजा एसी मिस्त्री हैं। ये सभी काम के बहाने घरों व अपार्टमेंट में घुसते थे। इसके बाद चोरी को अंजाम देते थे। चोर अपने साथ ताला और अलमारी तोड़ने के लिए मशीन लेकर चलते थे। एक ड्रिल मशीन भी बरामद की गई है।
गिरोह के चार और सदस्यों की तलाश
इस गिरोह के चार और सदस्यों की तलाश करने में पत्रकार नगर थाने की पुलिस जुटी हुई है। अब तक उनका सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पुलिस को इस गिरोह के सरगना के नाम के बारे में भी जानकारी मिली है। उसका लोकेशन बिहार के बाहर है।
सरगना का लग्जरी कमरा देख पुलिस हैरान
गिरोह के सरगना का नाम जाहिद उर्फ चांद है। शास्त्रत्त्ीनगर थानेदार ने बताया कि एजाज की निशानदेही पर पुलिस उसके कमरे तक पहुंची और चोरी के काफी सामान बरामद किए। चोरी के सामान को बेचने के बाद आने वाले रुपये से वह अय्याशी करता था। उसने महेंद्रू में ही किराए का कमरा लिया था। इसी जगह वह रहता था। कमरे में एसी के साथ ही हरेक सामान थे।
एसी और नल ठीक करने के बहाने करते थे रेकी
इस गिरोह के सदस्य एसी और नल ठीक करने के बहाने घरों की रेकी की जाती थी। उसी वक्त दोनों ये देख लेते थे कि किस घर में सामान हो सकता है। अलमारी कहां है और घर में घुसने के रास्तों पर भी चोरों की नजर रहती थी। इसके अलावा वे यह भी पता कर लेते थे कि घर में कितने सदस्य रहते हैं। इसके बाद चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे।
पकड़े गए चोरों के पास से ये सामान बरामद हुए
घटना में इस्तेमाल होने वाली बाइक, नगद रुपये एक लाख 32 हजार, एक कैमरा, दो मोबाइल फोन, लाखों के जेवरात, ड्रिल मशीन (आलमारी तोड़ने के लिए), हथौड़ा एक, पेचकस एक और घड़ी एक।
ज्यादातर चोरों की उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच
इस गिरोह के चोरों की उम्र 20 से 30 वर्ष है। पकड़ा गया एक आरोपित फयाज 45 साल का है। पकड़े गए पांच में चार सुल्तानगंज थाना इलाके के रहने वाले हैं। सभी किराए के मकान में रह रहे थे।
पुलिस टीम होगी पुरस्कृत
इस गिरोह का पर्दाफाश करने में जुटी पुलिस टीम को पुरस्कृत किया जाएगा। टीम का नेतृत्व शास्त्रत्त्ीनगर थानेदार रामशंकर सिंह कर रहे थे, जबकि दारोगा स्मिता सिन्हा ने अहम भूमिका निभाते हुए कई जगहों पर छापेमारी की है। टीम में सिपाही नितीश कुमार सिंह, संजीत कुमार व अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
चोर गैंग पर पटना पुलिस लगातार नजर रख रही है। इस गिरोह के फरार सदस्यों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। कई चोर गिरोहों को पुलिस ने चिन्हित कर रखा है, जिनकी तलाश जारी है।