कन्हैयालाल हत्याकांड के चश्मदीद गवाह राजकुमार शर्मा को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उनकी तबीयत में बहुत धीरे, लेकिन सुधार हो रहा है। डॉक्टरों ने नियमित घर आकर चैकअप करने का भरोसा दिलाया है। आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे परिवार के बारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फोन कर राजकुमार शर्मा की पत्नी पुष्पा शर्मा से तबीयत के बारे में पूछताछ की। सहयोग के बारे में उन्होंने कलेक्टर से मिलने को कहा है। तबीयत में कुछ सुधार होने व इन्फेक्शन से बचाने के लिए डॉक्टरों ने राजकुमार शर्मा को अस्पताल से छुट्टी देकर घर भेज दिया है। डॉक्टरों ने राजकुमार का नियमित चैकअप घर पर ही करवाने का भरोसा दिलाया है। राजकुमार शर्मा के शरीर एक हिस्सा अभी काम नहीं कर रहा है। एक तरफ से वे हिल-डुल व बोल पा रहे हैं।
आर्थिक तंगी को लेकर लगातार सरकार के पास गुहार लगा रही उनकी पत्नी पुष्पा से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को फोन पर बातचीत की। उन्होंने पूरी सहयोग का भरोसा दिलाते हुए राजकुमार की पत्नी से कहा कि वे दो दिनों में कलेक्टर से मिले लें ताकि कोई रास्ता निकल सके। दरअसल कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद और ब्रेनहेमरेज होने के बाद राजकुमार शर्मा का परिवार पूरी तरह से टूट चुका है।
गौरतलब है कि कन्हैयालाल हत्याकांड से पहले राजकुमार दिन में टेलरिंग और रात को भोजन सप्लाई का काम कर चालीस से पचास हजार रुपए कमाता था। उसके परिवार की जिंदगी ऐसे फंस गई है कि आंसू भी नहीं निकल रहे हैं। आपको बता दें कि गत 28 जून को उदयपुर में दो कट्टरपंथी मोहम्मद रियाज अत्तारी व गौस मोहम्मद ने टेलर कन्हैयालाल तेली की गला रेत कर हत्या कर दी थी। इसके बाद सरकार ने कन्हैया के दोनों बेटों की सरकारी नौकरी दे दी। 9 आरोपियों को एनआईए ने जेल भिजवा दिया, लेकिन चश्मदीद राजकुमार शर्मा का परिवार रोज मर रहा है।