पश्चिमी दिल्ली के हरिनगर इलाके के एक घर में मंगलवार को हुए सनसनीखेज ट्रिपल मर्डर की गुत्थी को घटना के महज 6 घंटे के अंदर ही सुलझाते हुए दो आरोपियों गिरफ्तार कर लिया है, जबकि कुछ आरोपी अब भी फरार हैं। आरोपियों ने कथित बेइज्जती का बदला लेने के लिए इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया था।
जानकारी के अनुसार, हरिनगर इलाके के एक घर में मंगलवार को पति-पत्नी और उनकी नौकरानी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। तीनों की लाशें लहूलुहान हालत में पड़ी मिली थीं। मृतकों की पहचान समीर आहूजा (38), उनकी पत्नी शालू (35) और उनकी नौकरानी सपना (33) के रूप में हुई है। शालू अपने घर के नीचे वाले फ्लोर पर एक पार्लर चलाती थी।
डीसीपी (पश्चिम) घनश्याम बंसल ने कहा कि घटना के सिलसिले में नजफगढ़ निवासी सचिन (19) और उत्तर नगर निवासी सुजीत (21) को गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी ने बताया कि अशोक नगर क्षेत्र के एक घर में चोरी की की सूचना हरि नगर थाने में सुबह करीब सवा नौ बजे मिली थी।
घर के जिंदा मिली नाबालिग बेटी
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घर के ग्राउंड फ्लोर पर शालू द्वारा चलाए जा रहे सैलून में महिलाओं की गला काटकर हत्या की गई थी, जबकि समीर का शव फर्स्ट फ्लोर पर मिला, जिसके चेहरे और सिर पर कई चोटों के निशान पाए गए। अधिकारी ने कहा कि दंपति की नाबालिग बेटी जीवित थी और फर्स्ट फ्लोर पर हॉल में सो रही थी। पुलिस ने कहा कि उन्होंने घटनास्थल पर एक पैन बरामद किया। आशंका है कि आरोपियों ने समीर पर हमला करने के लिए इसी पैन का इस्तेमाल किया। पुलिस ने बताया कि शालू का आईफोन-13, अपराध में इस्तेमाल हथियार और खून से सना तौलिया आरोपियों के पास से बरामद हुआ है।
दो बाइकों पर आए थे बदमाश
नौकरानी सपना सुबह करीब आठ बजे घर आई थी और समीर का ड्राइवर वहां नौ बजे पहुंचा था, जिसने घटना की सूचना पुलिस को दी थी। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच के बाद पुलिस ने पाया कि सुबह करीब आठ बजे बदमाश दो बाइक पर आए थे। सुबह नौ बजे उन्हें जल्दबाजी में वहां से भागते हुए देखा गया था।
नौकरी से निकालने पर थे नाराज
डीसीपी ने कहा कि मुख्य साजिशकर्ता फरार है और पता चला है कि साजिशकर्ता और उसकी प्रेमिका शालू के सैलून में काम करते थे। उन्होंने बताया कि करीब 10 दिन पहले उन्हें उनके गैर पेशेवर रवैये के कारण नौकरी से निकाल दिया गया था और समीर ने उन्हें डांटा भी था। पुलिस के अनुसार, शालू को जब उनके रिश्ते का पता चला तो उसने दोनों को काम से निकाल दिया था। डीसीपी ने कहा कि दोनों इस बात से बहुत अपमानित महसूस कर रहे थे, इसलिए उन्होंने बदला लेने के इरादे से समीर और शालू के मर्डर की साजिश रची और इसे अंजाम देने के लिए सुजीत तथा सचिन से बात की थी।
बंसल ने कहा कि मुख्य आरोपी ने अन्य तीन साजिशकर्ताओं को भी घटना में शामिल कर लिया। डीसीपी ने बताया कि ये सभी पूरी तैयारी के साथ आए थे और घटना को अंजाम दिया। चूंकि घटनास्थल पर नौकरानी भी मौजूद थी, इसलिए उन्होंने उसे भी मार डाला। उन्होंने बताया कि वे मकान से डीवीआर, एक लैपटॉप, नकदी और अन्य सामान चुरा ले गए।
हत्या से पहले 10 मिनट तक घर का मुआयना किया
डीसीपी ने बताया कि जांच में यह खुलासा हुआ कि मुख्य साजिशकर्ता ने सपना के आने से पहले करीब 10 मिनट तक घर का मुआयना किया था। उन्होंने बताया कि बाकी आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं, जिनकी पहचान कर ली गई है। मामले में आगे जांच की जा रही है।
सपना का रिश्तेदार मुकेश, जो मजदूरी का काम करता है उसने कहा कि उसकी पत्नी, सपना और कुछ परिचित अन्य महिलाएं अशोक नगर इलाके में नौकरानी के रूप में काम करती हैं। उसे घटना के बारे में तब पता चला जब कुछ महिलाओं ने उस मकान में हुई हत्याओं के बारे में बताया, जहां सपना काम करती थी।
सपना के परिवार में उसका पति संजीव, जो एक गैराज में काम करता है और चार साल की बेटी है। एक अन्य रिश्तेदार जीव राम ने बताया कि वे पिछले 10 से 12 साल से दिल्ली में रह रहे हैं।