दिल्ली से सटे गुरुग्राम के एक गांव में एक घर के सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान दम घुटने से एक सफाई कर्मचारी और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर घटना की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को कहा कि दोनों लोग सेप्टिक टैंक की सफाई करने के लिए बिना किसी सुरक्षा उपकरण के अंदर घुस गए थे। जहरीली गैस के कारण उनका दम घुटने लगा और वह बेहोश हो गए। उन्हें टैंक से बाहर निकालने के बाद अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। यह घटना मोहम्मदपुर झाड़सा गांव की है।
मृतकों के परिवार ने लगाया हत्या का आरोप
पुलिस ने कहा कि पीड़ितों की पहचान आगरा के दिलीप (45) और स्थानीय दर्जी शाहबुद्दीन (29) के तौर पर की गई है। पुलिस के मुताबिक, मृतकों के परिवारों ने आरोप लगाया कि दोनों की हत्या की गई है और उन्होंने मकान मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस ने यहां सेक्टर-37 थाने में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-304 ए (लापरवाही के कारण मौत) के तहत एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
दमकल अधिकारी ने बताया कि पीड़ितों को सेप्टिक टैंक से बाहर निकालने में लगभग चार घंटे का समय लगा। जांच अधिकारी सहायक पुलिस उप-निरीक्षक जसवंत सिंह ने कहा कि घटना के संबंध में दर्ज मामले की जांच की जा रही है।