भैया दूज पर लखनऊ व देवा में ही स्थित अपनी ससुराल से मायके आई महिलाएं अपने पति व बच्चों के साथ कच्चे मकान के अंदर सो रही थी। इसी बीच देर रात कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया। मलबे में बच्चों समेत छह लोग दब गए। मौके पर जुटे ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मलबे को हटाकर सभी घायलों को देवा सीएचसी भेजा। डॉक्टरो ने सभी की हालत गंभीर देख उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया। जहां इलाज के दौरान एक महिला की मौत हो गई। घटना देवा कोतवाली क्षेत्र के धर्मपुर गांव में हुई।
देवा के धर्मपुर गांव में प्रताप बली अपने कच्चे मकान में अपनी पत्नी के साथ रहता है। उसे मिला प्रधानमंत्री आवास निर्माणाधीन है। भैया दूज के दिन उसकी पुत्री बैरागी पुर थाना देवा निवासी सविता अपने पति प्रवेश के साथ आई थी। वहीं दूसरी पुत्री गायत्री अपने पति अर्जुन 1 वर्षीय पुत्र अनस के साथ मायके आई थी। गायत्री का ससुराल बख्शी का तालाब लखनऊ है। भैया दूज का पर्व मनाने के बाद घर में हंसी खुशी के माहौल में रात का खाना खाकर पूरा परिवार सो गया। रात करीब 10:00 बजे प्रताप बली का कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया। कच्चे मकान के नीचे उसकी दोनों पुत्री दामाद और एक पौत्र दब गए। घर गिरने की आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोग भी एकत्र हो गए।
ग्रामीणों ने मलबे को हटाकर उसके नीचे दबे 5 लोगों को बाहर निकाला। सूचना पर पुलिस बल के साथ पहुंचे इंस्पेक्टर पंकज सिंह ने तत्काल एंबुलेंस बुलाकर सभी घायलों को देवा सीएचसी भेजा। सीएचसी से सभी घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान प्रताप बलि की पुत्री सावित्री की मौत हो गई। घायलों में दो की हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उन्हें ट्रामा सेंटर रेफर किया।