भोपाल की मदर इंडिया कॉलोनी में बुधवार देर रात एक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में क्लोरीन गैस का रिसाव हो गया। इसके बाद सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद तीन लोगों को अस्पताल ले जाया गया। कई अन्य लोग भी बीमार हो गए और उन्होंने आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई की शिकायत की। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में हुए गैस रिसाव के कारण कई लोगों को अपने घरों से बाहर रहना पड़ा।
घटना की सूचना पर भोपाल कलेक्टर व नगर निगम आयुक्त मौके पर पहुंचे। जांच के दौरान नगर निकाय की टीम ने पाया कि इलाके के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लगे 900 किलोग्राम के क्लोरीन गैस सिलेंडर का नोजल खराबी के कारण लीक हो रहा था। टीम ने पानी और 5 किलो कास्टिक सोडा डालकर स्थिति पर काबू पाया। क्षेत्र के करीब तीन लोगों को सांस लेने में तकलीफ के चलते हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि वे खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास मंत्री विश्वास सारंग और भोपाल की मेयर मालती राय ने हमीदिया अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों का हाल-चाल जाना। एहतियात के तौर पर गुरुवार (27 अक्टूबर) को प्रभावित क्षेत्र में पानी की आपूर्ति नहीं की जाएगी। रिसाव को लेकर मंत्री का कहना है कि इसकी बारीकी से समीक्षा कर विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा।
मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीड़ितों के उचित इलाज और मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की मदर इंडिया कॉलोनी में क्लोरीन गैस टैंक के लिकेज होने से लोगों को आंखों में जलन एवं सांस लेने में तकलीफ व कुछ लोगों के अस्पताल में भर्ती होने की खबर सामने आयी है। इस मामले में सभी पीड़ित लोगों के इलाज की पूर्ण व्यवस्था हो, इस पूरे मामले की जांच हो, सुरक्षा के सभी आवश्यक कदम उठाये जाये।’