डेंगू बुखार को ‘ब्रेकबोन फीवर’ के रूप में भी जाना जाता है। इस बुखार के दौरान हाई फीवर, सिरदर्द और शरीर में गंभीर दर्द, भूख न लगना, कभी-कभी पेट में दर्द, मतली और उल्टी होती है। कम प्लेटलेट्स और लो बीपी (डेंगू शॉक सिंड्रोम) के कारण शायद ही कभी मरीजों को ब्लीडिंग हो सकती है। डेंगू से बचाव के लिए कीवी काफी फायदेमंद है। कीवी, एक हरा रंग का फल जिसमें छोटे काले बीज होते हैं और इसके दिलचस्प स्वाद के कारण स्ट्रॉबेरी, खरबूजे और केले का ये एक प्रमुख मिश्रण है। कीवी एक ‘सुपर फूड’ है, यह फाइबर से भरा हुआ है, ये फल घुलनशील और अघुलनशील पोषक तत्व से भरपूर होता है। यहां जानिए इसके फायदे और डेंगू में इसका महत्व-
डेंगू के लिए बेहतरीन
डेंगू के मौसम के लिए कीवी एक विजेता है क्योंकि डेंगू के दौरान प्लेटलेट्स का बढ़ना सर्वोपरि है। विटामिन सी से भरपूर होने के अलावा, ये हमारे प्लेटलेट्स को एक साथ रखने और बेहतर काम करने में मदद करती है। कीवी पचाने में आसान है। इसके अलावा एंटीऑक्सिडेंट और इलेक्ट्रोलाइट बैलेंसर पोटेशियम से भी भरपूर है। ये सभी इसे इस दौरान खाने के लिए एक आदर्श खाना बनाते हैं। विटामिन सी हमारे द्वारा खाए जाने वाले खाने से आयरन को अधिक कुशलता से अवशोषित करने में भी मदद करता है, और विटामिन बी 9 (फोलेट) प्रदान करता है, जो दोनों ब्लड प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
फ्लू फाइटर
कीवी एक विटामिन सी से भरपूर होता है। ये फल आपकी पूरे दिन आपके विटामिन सी की मात्रा को लगभग पूरा करने में मदद कर सकता है। विटामिन सी एंटीबॉडी के प्रोडक्शन और एक्टिविटी का समर्थन करता है, और एक हेल्दी इम्यून सिस्टम के लिए अच्छा एंटीबॉडी काम जरूरी है। इसके अलावा विटामिन सी सेरोटोनिन के प्रोडक्शन के लिए जरूरी है, इसलिए कीवी खाने से हमारा मूड भी बेहतर हो सकता है।
एंटीऑक्सिडेंट से है भरपूर
कीवी फ्रूट कई बायोएक्टिव यौगिकों से भरपूर होते हैं जिनमें एंटीऑक्सीडेंट क्षमता होती है। तनाव, खराब लाइफस्टाइल और जंक फूड के कारण शरीर में उत्पन्न होने वाले हानिकारक प्रोडक्ट में कीवी जो फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करते है।
ब्यूटी एड
अच्छी दिखने वाली स्किन के लिए शरीर में अच्छा पीएच संतुलन जरूरी है। कीवी में नेचुरल क्षारीय गुण होता है, जो एसिडित फूड का मुकाबला करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, कीवी में मौजूद विटामिन सी त्वचा में कोलेजन के निर्माण के लिए जरूरी है, बिल्डिंग ब्लॉक त्वचा, मांसपेशियों, हड्डियों और टेंडन को बनाए रखता है।
डेंगू में कीवी का महत्व
मांसपेशियों में दर्द और चकते होते हैं कम
रिपोर्ट्स की मानें तो कीवी फल को कैरिका पपीते के साथ मिलाने से डेंगू बुखार के दौरान मांसपेशियों में दर्द और त्वचा पर चकत्ते कम हो सकते हैं। लिम्फोसाइट उत्पादन को प्रोत्साहित करने और शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए, डेंगू रोगियों को ताजे फलों के रस के रूप में लिक्विड डायट को बढ़ाना चाहिए, जैसे कि कीवी, ड्रैगन फ्रूट, अमरूद, तरबूज और विटामिन सी से भरपूर अन्य फल।
बढ़ेगा इलेक्ट्रोलाइट लेवल
एक्सपर्ट की मानें तो कीवी में कई पोषण गुण होते हैं। यह विटामिन ई, के और ए, एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर में समृद्ध है। ये पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए जरूरी हैं। कीवी शरीर के इलेक्ट्रोलाइट लेवल को संतुलित करने में भी मदद करता है और हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा है। कीवी का इस्तेमाल कई चीजों में किया जा सकता है। डेंगू के समय कीवी फायदेमंद होती है क्योंकि यह इम्यूनिटी बूस्ट होती है और रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करता है।