गुरुग्राम में शराब के नशे में धुत पुलिसकर्मियों ने बुधवार की देर रात फाजिलपुर की ढ़ाणी गांव के एक घर में जमकर हंगामा किया। हुक्का पीने के लिए पांच पुलिसकर्मी एक घर में घुस गए। आरोप है कि मना करने पर उन्होंने पुलिस का रौब दिखाते हुए दंपत्ति से मारपीट की और हथियार निकालकर धमकाया। शोर मचाने पर परिवार के सदस्यों ने तीन पुलिसकर्मियों को पकड़ लिया और उनकी धुनाई कर दी। वहीं, दो पुलिसकर्मी मौके से कार सहित फरार हो गए। जांच में शराब पीने की पुष्टि होने के बाद तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही पांचों को निलंबित कर दिया गया।
डीसीपी का आदमी बताकर धौंस दिखाया
ढ़ाणी निवासी परमजीत बेदी ने बताया कि रात करीब साढ़े दस बजे वह कमरे में लेटे हुए थे। तभी चार पुलिसकर्मी आए और हुक्का पीने की जिद करने लगे। एक पुलिस वाला घर के बाहर था। पुलिस वाले शराब के नशे में थे। इसी दौरान उनकी पत्नी ने कहा कि शराब पीने वालों के लिए हुक्का नहीं है। इससे पुलिस वाले भड़क गए। उनकी पत्नी को कुल तीन बार धक्का देकर गिरा दिया। परमजीत के अनुसार, पुलिस वालों ने पर्दे की रॉड और हथौड़े से भी हमला किया। शोर मचाने पर उनके दोनों बेटे आए और तीन पुलिसकर्मियों को पकड़कर धुनाई कर दी। बेटे राहुल बेदी ने कंट्रोल रूम को फोन कर सूचना दी। इसके बाद दो पुलिसकर्मी फरार हो गए।
आईसीयू में भर्ती हैं पिता
राहुल बेदी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह घर के सामने प्लॉट में कार को खड़ा कर आ रहे थे। तभी पिता परमजीत बेदी और उनके मां की चीखने की आवाज आई। इसे सुनकर वह और उनका भाई अक्षय बेदी घर की तरफ भागे। अक्षय कुत्ते को खाना खिला रहा था। घर में जब वह पहुंचे तो पुलिसवाले पिता और मां के साथ हाथापाई कर रहे थे। राहुल के अनुसार, पिता को काफी चोटें आई हैं। उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है।
साउथ डीसीपी उपासना सिंह ने कहा, ‘पांचों पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर निलंबित कर दिया गया है। सभी की विभागीय जांच शुरू कर दी गई। सभी पुलिसकर्मी उनके कार्यालय में तैनात थे। सब-इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।’
सूचना पर एसीपी संजीव बल्हारा मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से बातचीत की। वह सब इंस्पेक्टर श्री भगवान, हवलदार मनोज और सिपाही रविंद्र को पुलिस की गाड़ी में बैठाकर ले गए और उनका मेडिकल करवाया। जांच में तीनों के शराब पीने की पुष्टि हुई। तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, फरार हवलदार प्रदीप और सिपाही विकास की तलाश की जा रही है। जब वह ढ़ाणी गांव से गुजर रहे थे, तभी उनको हुक्का रखा हुआ दिखा।