उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में एक बेहद अजीब मामला सामने आया है। एक अस्पताल में मरीज को कथित तौर पर मौसम्बी जूस चढ़ा दिया गया क्योंकि उसकी प्लेटलेट्स हो गई थीं। निजी अस्पताल में डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह कथित रूप से मौसम्बी का जूस चढ़ाने का मामला सामने आया है तो हलचल मच गई। प्लेटलेट्स की जगह कथित तौर पर मौसम्बी का जूस चढ़ाने से मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ने के बाद उसे शहर के एक दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक के ट्वीट और उनके आदेश पर जिला प्रशासन हरकत में आया और उस अस्पताल को सील कर दिया गया, जहां मरीज को कथित तौर पर मौसम्बी का जूस चढ़ाया गया था।
धूमनगंज थाना अंतर्गत आने वाले अस्पताल को सील करने का कारण पूछे जाने पर एक अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के निर्देश पर अस्पताल को सील किया गया है और मरीज के नमूने की जांच होने तक अस्पताल सील रहेगा। यह पूछे जाने पर कि नमूने की जांच कौन करेगा, उन्होंने कहा कि पुलिस इसकी जांच औषधि निरीक्षक से कराएगी। बहरहाल, इस घटना के संबंध में धूमनगंज थाना में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
वहीं धूमनगंज स्थित अस्पताल के मालिक सौरभ मिश्रा ने बताया कि प्रदीप पांडेय डेंगू से पीड़ित था और वह उनके अस्पताल में भर्ती हुआ था। उन्होंने कहा कि मरीज का प्लेटलेट्स का स्तर गिरकर 17,000 पर आने के बाद उसके तीमारदारों को प्लेटलेट्स लाने को कहा गया। उन्होंने बताया कि मरीज के तीमारदार स्वरुप रानी नेहरु (एसआरएन) चिकित्सालय से पांच यूनिट प्लेटलेट्स लेकर आए, लेकिन तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद मरीज को दिक्कत हुई तो चिकित्सकों ने प्लेटलेट्स चढ़ाना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स की जांच करने की कोई सुविधा उनके अस्पताल में नहीं है।
मिश्रा ने कहा कि जो प्लेटलेट्स मरीज को नहीं चढ़ाए गए, उनकी जांच कराई जानी चाहिए कि ये प्लेटलेट्स कहां से लाए गए। उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स पर एसआरएन का पेपर और स्टिकर लगा हुआ है। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने प्लेटलेट्स की जांच के बारे में पूछे जाने पर कहा, “प्लेटलेट्स की जांच भी हो जाएगी। हम इस पूरे मामले की जांच कराएंगे।”