उत्तराखंड के केदारनाथ में हेलिकॉप्टर हादसे के बाद अब वहां केदारनाथ मंदिर के लिए हेलिकॉप्टर सेवा फिर से शुरू कर दी गई है। मंगलवार को यहां एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था जिसमें एक पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे के एक दिन बाद बुधवार को कई एविएशन कंपनियों ने अपनी हेलिकॉप्टर सेवाएं शुरू कर दी। अधिकारियों के मुताबिक, करीब 981 पर्यटकों को केदारनाथ पहुंचाया गया है। केदारनाथ के पास आर्यन एविएशन का हेलिकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हुआ था। इस कंपनी ने भी अब मस्टा-गुप्तकाशी से केदरनाथ की सेवा शुरू कर दी है।
आर्य़न एविएशन के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि Directorate General of Civil Aviation (DGCA) की एक टीम ने कंपनी के हेलिपैड का निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि हेलिपैड के निरीक्षण और जांच के बाद हेलिकॉप्टर सेवाएं चालू कर दी गईं। अभी आठ कंपनियां केदारनाथ के लिए हेलिकॉप्टर सेवाएं दे रही हैं। इस साल केदारनाथ मंदिर के दरवाजे मई में खुले थे। इसके बाद से अब तक 1,44,832 पर्यटक हेलिकॉप्टर के जरिए मंदिर पहुंचे। शुक्रवार की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी केदारनाथ पहुंचेंगे। केदारनाथ में पीएम मोदी करीब ढाई घंटे तक रहेंगे। पीएम यहां गौरीकुंड-केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट की आधारशिला रखेंगे और मंदिर में पूजा भी करेंगे।
बता दें कि मंगलवार को गरुड़चट्टी के पास आर्यन एविशन का एक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि खराब मौसम की वजह से यह हादसा हुआ था। इस हादसे में पायलट समेत 7 सैलानियों की मौत हो गई थी। बताया जा रहा था कि इस दिन यहां रह-रह कर बारिश हो रही थी। यह बात भी सामने आई थी कि हादसे से पहले पायलट ने कंट्रोल रूम से कहा था कि मौसम खराब हो गया है, लौटना पड़ेगा। इसके कुछ ही देर बाद हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था। मौसम खराब होने के बावजूद राहत और बचाव कार्य की टीम घटनास्थल के पास पहुंची थी। इस दर्दनाक हादसे की जो तस्वीरें सामने आई थीं उसमें नजर आ रहा था कि दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर का वहां मलबा पड़ा था।