बिहार में छात्रों से कश्मीर को लेकर पूछे गए एक विवादित सवाल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। किशनगंज जिले में सातवीं कक्षा की पेपर में कश्मीर को अलग देश बताया गया। यह चूक कैसे हुई, इसे लेकर शिक्षा विभाग ने जांच के आदेश दे जारी कर दिए हैं। वहीं परीक्षा पेपर में कश्मीर को अलग देश बताए जाने पर भाजपा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि प्रश्न ही बताता है कि बिहार सरकार के सरकारी पदाधिकारी और बिहार सरकार कश्मीर को भारत का अंग नहीं मानती है।
इस संबंध में डीईओ सुभाष कुमार गुप्ता ने कहा कि मामले में डीएम के निर्देश पर जांच टीम का गठन किया गया है। डीडीसी मनन राम के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया है। डीईओ सुभाष गुप्ता ने कहा कि इस प्रकार के मामले में प्रिंटिंग में या कहां चूक हुई है, ये जांच का विषय है। जांच के बाद ही स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगी।
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डीएम श्रीकांत शास्त्री ने कहा कि प्रश्नपत्र में इस तरह का सवाल नहीं होना चाहिए। यह बड़ी गलती है। मामले की जांच केलिए डीडीसी की अध्यक्षता में टीम गठित कर दी गई है। मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
क्या था मामला
गौरतलब है कि सातवीं कक्षा केअंग्रेजी के पेपर में सोमवार को अर्द्धवार्षिक मूल्यांकन परीक्षा में 8 अंक के लिए पहले क्रम में 4 वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे गये थे। जबकि एक प्रश्न का उत्तर छात्रों को समझने के लिए दिया गया था। प्रश्न था कि निम्नांकित देशों में रहने वालों को क्या कहेंगे? उदाहरण के रूप में बताया गया था कि चीन में रहने वाले को चाइनीज कहा जाता है, इसकेबाद नेपाल, इंग्लैंड, कश्मीर व भारत में रहने वाले के बारे में पूछा गया था। जिले के माध्यमिक विद्यालयों में सर्व शिक्षा अभियान के तहत परीक्षा आयोजित की जा रही है। इसे राज्य में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपीसी) द्वारा देखा जाता है।