उत्तराखंड में यूपी के ठाकुरद्वारा इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पहुंची एसओजी टीम की फायरिंग से ज्येष्ठ उप प्रमुख की पत्नी की मौत के बाद गांव में तनाव का माहौल है। ब्लॉक ज्येष्ठ उप प्रमुख के घर 50 हजार के इनामी बदमाश को पकड़ने के लिये आई यूपी पुलिस ने फायरिंग की। बताया जा रहा है कि दूसरी ओर से क्रास फायरिंग हुई, परिजन उनकी ओर से कोई फायरिंग होने से इंकार कर रहे हैं।
दोनों ओर से फायरिंग हुई तो पहले किसने गोली चलाई यह सवाल लोगों के जहन में है? पुलिस ने जफर को पकड़ने के लिये गोली चलाई तो वह क्यों नहीं पकड़ा गया? यूपी पुलिस के अनुसार, बुधवार शाम सूचना मिली थी कि इनामी जफर एक बिना नंबर की क्रेटा में सुरजननगर की ओर से आते हुए जसपुर मोड़ पर पहुंचने वाला है। सूचना पर ठाकुरद्वारा कोतवाल योगेंद्र सिंह के नेतृत्व में एसओजी टीम मौके पर पहुंची और वाहन चेकिंग करने लगी।
क्रेटा को रुकने का इशारा करने पर कार सवार जफर ने फायरिंग कर दी। जिससे एक सिपाही घायल हो गया। कार का पीछा करते जफर भरतपुर में एक मकान के अंदर घुस गया। उसके पीछे पुलिस टीम घुस गई। अंदर घुसते ही घर में मौजूद जफर व उसके साथियों ने गेट बंद कर लिया। पुलिस टीम पर हमला बोल दिया और फायरिंग कर दी।
गोली कांस्टेबल शिव कुमार व राहुल के पैर में लगी। साथ ही सरकारी वाहन को तोड़फोड कर क्षतिग्रस्त कर दिया। स्थानीय पुलिस ने उन्हें जफर व उसके साथियों से बचाया। परिजनों का कहना है कि उनकी ओर से फायरिंग नहीं की गई। पुलिस अधिकारी क्रॉस फायरिंग की बात कर रहे हैं। इतना सब होने के बाद भी जफर यूपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाया।
यूपी-उत्तराखंड पुलिस के बीच बढ़ सकता है तनाव
यूपी पुलिस के खिलाफ सबूतों को लेकर उत्तराखंड पुलिस ने मोर्चा खोल दिया है। उत्तराखंड के डीआईजी ने दो टूक कहा यूपी के दोषी पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं, मुरादाबाद के एसएसपी ने कहा उत्तराखंड पुलिस को विधिवत सूचना दी गई थी। जिसके सारे सबूत मौजूद हैं। तो दूसरी आरे, उत्तराखंड पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को गांव भेजकर सबूत जुटाए।
क्या है मामला
यूपी के ठाकुरद्वारा क्षेत्र में 13 सितंबर को खनन माफियाओं ने खनन इंस्पेक्टर अशोक कुमार और एसडीएम परमानंद सिंह पर हमला बोलकर खनन से भरे चार डंपर छुड़ा लिए थे। मामले में पुलिस ने 150 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। इसी मामले में वांछित 50 हजार के इनामी जफर का पीछा करते हुए एसओजी टीम उत्तराखंड के ग्राम भरतपुर, थाना कुंडा पहुंच थी। मुरादाबाद एसएसपी हेमंत कुटियाल ने कहा दबिश के दौरान यूपी पुलिस पर हमला बोला गया और हथियार लूट लिए गए। कहा उत्तराखंड पुलिस को विधिवत सूचना दी गई थी।
ज्येष्ठ उप प्रमुख के घर भी दबंगई दिखाते हुए घुसी थी यूपी पुलिस
50 हजार के इनामी बदमाश जफर की तलाश में ज्येष्ठ उप प्रमुख के घर घुसी यूपी की एसओजी टीम ने यहां भी दबंगई दिखाई और हाथ में पिस्टल लिये बिना वर्दी के प्राइवेट वाहनों में पहुंचे। टीम जबरन ज्येष्ठ उप प्रमुख के घर में घुस गई। जब इसका विरोध किया तो फायरिंग कर दी। पुलिस अधिकारियों के अनुसार टीम के सदस्यों ने शराब भी पी रखी थी।
यूपी के ठाकुरद्वारा में दर्ज हुआ जफर समेत 35 अज्ञात के खिलाफ केस
ज्येष्ठ उप प्रमुख के घर हुई फायरिंग के मामले में यूपी के ठाकुरद्वारा इंस्पेक्टर ने यूपी में ही इनामी जफर समेत 35 अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास और 18 संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बुधवार रात कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम भरतपुर में इनामी बदमाश की तलाश में यूपी की एसओजी टीम ने दबिश दी थी। इस बीच हुई फायरिंग के जसपुर के ज्येष्ठ उप प्रमुख गुरताज भुल्लर की पत्नी गुरप्रीत कौर की गोली लगने से मौत हो गई थी।
इससे गुस्साए ग्रामीणों ने कुंडा थाने के सामने फोन लाइन पर तीन घंटे से अधिक समय तक जाम लगाया था। ज्येष्ठ उप प्रमुख की तहरीर पर पुलिस ने 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या, बलवा समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। अब ठाकुरद्वारा के कोतवाल योगेंद्र सिंह ने भी ठाकुरद्वारा में इनामी बदमाश यूपी के ग्राम काकरखेड़ा, डिलारी जिला मुरादाबाद निवासी जफर पुत्र अख्तर समेत 30-35 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया है।
ज्येष्ठ प्रमुख के आवास पर क्रॉस फायरिंग हुई। सूचना पर कुंडा थाना पुलिस मौके पर पहुंची । यहां से चार घायल यूपी के सिपाहियों को काशीपुर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां से वह भाग गये। आरोपियों की तलाश में टीम मुरादाबाद भेजी गई है। यूपी से आई टीम ने स्थानीय पुलिस से कोई संपर्क नहीं किया।