मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। जहां 8 महीने की गर्भवती बहू के शव का पेट कटवाकर ससुरालवालों ने बच्चा निकलवाया। बताया जा रहा है कि श्मशान घाट में ये काम स्वीपर से करवाया गया। उसने ब्लेड से शव का पेट फाड़ा और पेट से बच्चे के शव निकाला। जिसके बाद बहू का अंतिम संस्कार किया। और बच्चे के शव को भी श्मशान में अलग दफनाया गया।
दरअसल ससुराल वालों ने श्मशान घाट पर जलाने से पहले महिला का पोस्टमॉर्टम करवा दिया। उन्हें सिर्फ यह देखना था कि पेट में बच्चा जिंदा है या मर गया है। लेकिन जब उन्हें पता चला कि बच्चा भी मर चुका है तब उसके शव को भी दफन कर दिया गया। जबलपुर में बरेला के पड़वार की रहने वाली राधा लोधी की शादी 24 अप्रैल 2021 को पनागर के गोपी पटेल के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही राधा को ससुराल वाले प्रताड़ित करने लगे थे।
बीते 17 सितंबर को उसकी संदिग्ध हालत में मौत हो गई। इसकी जानकारी राधा के मायके वालों को नहीं दी गई। लेकिन सूचना पाकर मायके वाले मौके पर पहुंचे, लेकिन ससुराल वालों ने पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया।
मृतका के साथ ये वहशीपन करने के दौरान ससुराल वालों ने मोबाइल से वीडियो बनाया। जो अब काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक शख्स मृत गर्भवती महिला का पेट ब्लेड से फाड़ रहा है और उसमें से मृत नवजात को भी बाहर निकाल रहा है। यह घटना डेढ़ महीने पुरानी बताई जा रही है।
जैसे ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन इस बारे में पता चला तो हड़कंप मच गया। मायके वालों का आरोप है कि मौत के एक दिन पहले भी राधा का अपने ससुराल वालों से विवाद हो गया था। परिजनों ने पूरे मामले की गहराई से जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस वीडियो सामने आने के बाद मृतका के परिजनों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी दी और इंसाफ दिलाने की गुहार लगाई है।
शिकायत लेकर पहुंची मृतका की मां गौरा बाई ने बताया कि शादी के बाद से ही ससुरालवाले दहेज में बाइक की मांग कर रहे थे। बेटी राधा 8 माह की गर्भवती थी। और 17 सितंबर को उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई थी। गौरा बाई ने बेटी के पेट चीरने का वीडियो बुधवार को शिकायत के साथ पुलिस को दिया है। जिसके बाद पुलिस का कहना है कि इस मामले में कानूनी सलाह ले रहे हैं।
मां ने बताया कि ससुरालवालों की सूचना पर हम भी श्मशान घाट पहुंचे थे। वहां शव को अर्थी से अलग रखकर ससुराल पक्ष के लोगों ने स्वीपर को बुलाया। और स्वीपर से बेटी के पेट को चिरवाया। स्वीपर ने एक के बाद एक कई बार पेट में ब्लेड चलाकर शिशु को निकालने का प्रयास किया। शिशु बच्चादानी सहित बाहर आ गया। इसके बाद बच्चादानी को काटकर शिशु को बाहर निकाला गया। और फिर मृत शिशु के शव को दफना दिया गया।