बीती रात पत्थर की खदान में ब्लास्टिंग के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। ब्लास्टिंग के दौरान खदान के नीचे खड़े डंपर के आगे पत्थर गिरने से उसके परखच्चे उड़ गये और इस घटना में डंपर चालक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना इतनी भयानक थी कि 4 घंटे बाद डंपर चालक को निकाला गया। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बनी खदानें लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया और जांच शुरू कर दी है।
4 घंटे बाद बाहर निकाला गया शव
बता दें कि ग्वालियर जिले के हस्तिनापुर क्षेत्र में बीती रात लगभग 2:00 बजे काली गिट्टी के पत्थर की खदान में जोरदार ब्लास्टिंग की वजह से खदान का आगे का हिस्सा धसक गया। जिस कारण नीचे खड़े डंपर और चालक भीकम सिंह राणा पर पत्थर का बड़ा हिस्सा जा गिरा जिस कारण डंपर के परखच्चे उड़ गए। पत्थर से दब जाने के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई बड़ी मशक्कत के बाद 4 घंटे में डंपर चालक के शव को बाहर निकाला गया।
परिजनों ने किया थाने का घेराव,मांगा मुआवजा
सूचना मिलने पर पुलिस और परिजन मौके पर पहुंच गए उसके बाद परिजनों ने आर्थिक मदद और खदान संचालक पर कार्रवाई की मांग को लेकर रात में थाने का घेराव किया। मृतक के परिजनों की मांग है कि उन्हें आर्थिक मदद और खदान संचालक पर कार्रवाई होनी चाहिए। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने शासन से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया और शव को पोस्टमार्टम हाउस रवाना कर दिया।
खदान मालिक कर रहे मनमानी, प्रशासन कर रहा लापरवाही
गौरतलब है कि ग्वालियर जिले की पास दर्जन भर मौत की खदानें बन गई है। यह मौत की खदानें अनुमति से अधिक खोद दी गई हैं यही कारण है कि यहां हादसे होते रहते हैं। जिले के बिजौली, हस्तिनापुर,बिलुआ में मौत के खदानें बन गई है। यहां जितनी अनुमति प्रशासन ने दी थी उससे काफी अधिक गहराई तक खदानों को खोद कर पत्थर निकाला गया है। जिसके चलते अब यहां हादसे होने लगे हैं। लेकिन प्रशासन इन पर कोई कार्रवाई नहीं करता है।