झांसी के एक पॉलीटेक्निक छात्रावास में नाबालिग छात्रा के साथ गैंगरेप की घटना की जांच के लिए मंगलवार को एसआईटी गठित कर दी गई। एसपी सिटी के निर्देशन व सीओ सिटी के नेतृत्व में काम करने वाली इस टीम में एक इंस्पेक्टर व सहायक विवेचक के रूप में अतिरिक्त इंस्पेक्टर, दो दरोगा व एक सिपाही को शामिल किया है। एसआईटी की प्रतिदिन की प्रगति की मॉनीटरिंग एसएसपी खुद करेंगे। वहीं, इस केस में संयुक्त निदेशक ने हॉस्टल वार्डन और सुरक्षाकर्मी को लापरवाही का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया गया है।
पॉलीटेक्निक छात्रावास में बीते रविवार दोपहर छात्रा से गैंगरेप के बाद पुलिस ने पीड़िता के परिजनों की तहरीर पर एक नामजद व 10 से 15 छात्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने पूरे प्रकरण में आरोपित छात्रों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग चार टीमें बनाईं जिन्होंने 24 घंटे सभी आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। विवेचना शीघ्र पूरी करने के लिए एसएसपी ने एसआईटी टीम का गठन किया गया है।
प्रधानाचार्य से तलब कीं जानकारियां
गैंगरेप प्रकरण में पुलिस अफसरों की एक टीम मंगलवार को पॉलीटेक्निक कॉलेज पहुंची। टीम ने प्रधानाचार्य से मिलकर घटना से सम्बंधित कई बिन्दुओं पर जानकारी जुटाई। उन्होंने उन सभी छात्रों रिकॉर्ड तलब किया जिन्हें छात्रावास एलॉट किए गए हैं। इसके अलावा छात्रावास की चाबी किसके पास रहती है? छात्रों के पास चाबी कैसे पहुंची? कॉलेज में परीक्षा चल रही थी, इसके बाद भी चीखने की आवाजें क्यों सुनाई नहीं दीं? आरोपित छात्रों का छात्रा के दोस्त से क्या सम्बंध है? करीब 11 बिन्दुओं पर रिपोर्ट प्रिंसिपल से तलब की है।
हॉस्टल वार्डन और सुरक्षाकर्मी निलंबित
प्राविधिक शिक्षा निदेशक ने बताया कि हॉस्टल के वार्डन प्रभारी अरविन्द कुमार ने कभी चाभी खोने की शिकायत नहीं की है। उनसे जब आरोपितों के पास चाभी कैसे पहुंची पूछा गया तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। ऐसे में चाभी आरोपितों के पास होना गंभीर मुद्दा है। इसके लिए वार्डन प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। वहीं घटना के दिन तैनात सुरक्षाकर्मी उमेश को भी कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है। निलबंन के बाद हॉस्टल वार्डन को राजकीय पॉलीटेक्निक सिकंदरा और सुरक्षाकर्मी उमेश को राजकीय पॉलीटेक्निक तालबहेटा ललितपुर में अटैच किया गया है।