राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता एकनाथ खडसे ने भारतीय जनता पार्टी जाने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वह भाजपा में नहीं जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने केंद्र में सत्तारूढ़ दल पर भविष्य में साजिश करने के आरोप भी लगाए हैं। खबरें आई थी कि खडसे दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने पहुंचे थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुलढाना में एक कार्यक्रम के दौरान खडसे ने कहा, ‘मी भाजपात जाणार नाही, मी राष्ट्रवादीतच राहणार’ (मैं भाजपा में नहीं जाऊंगा, मैं राष्ट्रवादी में ही रहूंगा) और इसके साथ ही यह साफ हो गया है कि वह भाजपा में दोबारा एंट्री नहीं करने वाले हैं। उनका कहना है कि अगर भविष्य में विपक्ष बिखरा रहेगा, तो इसका फायदा भाजपा को होगा।
भाजपा विधायक चंद्रकांत पाटील ने दावा किया था कि खडसे दिल्ली में शाह से मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खबरें आ रही थीं कि खडसे और उनकी बहन भाजपा सांसद रक्षा खडसे, शाह से मिलने दिल्ली जा रहे हैं। इसके साथ ही अटकलों का दौर शुरू हो गया था कि वह फिर से भाजपा में आने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, बुलढाना में दिए बयान के बाद स्थिति साफ हो गई है।
उद्धव पर साधा था निशाना
रविवार को ही खडसे ने भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से शिवसेना के नाम और चिह्न को फ्रीज करने के फैसले को ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया था। उन्होंने शिवसेना संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के प्रयासों को याद किया और कहा, ‘जो पिता ने कई मुश्किलों के बाद कमाया था वह बेटे ने राजनीतिक झगड़े में कुछ मिनटों में ही गंवा दिया।’ उन्होंने कहा था कि ‘धनुष-बाण’ का चिह्न ठाकरे के प्रयासों के कारण लोकप्रिय हुआ था।