राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा उद्योगपति गौतम अडानी की प्रशंसा के बाद कांग्रेस का मजाक उड़ाने के लिए भाजपा पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा कि भाजपा युवाओं के भविष्य का विरोध कर रही है। दरअसल निवेश आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार के कार्यक्रम ‘राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट’ के दौरान अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी शुक्रवार को गहलोत के बगल में बैठे थे।
शिखर सम्मेलन में दिलचस्प नजारा देखने को मिला जिसमें राजनीति पीछे हट गई, और गहलोत ने अडानी को ‘अडानी भाई’ कहा, और उन्हें दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बनने के लिए बधाई भी दी।
गहलोत ने जहां अडानी की प्रशंसा की वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने अडानी का नाम लिए बिना एक ट्वीट किया था, जिसमें कहा गया था कि केंद्र “पूंजीवादी मित्रों” के कई करोड़ रुपये का कर्ज़ माफ कर रहा है, जबकि गरीब कर्ज़ में अपना जीवन जी रहे हैं।
राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ी यात्रा की एक घटना को याद करते हुए ट्वीट किया,”कल, मैं एक महिला से मिला। उसके किसान पति की आत्महत्या से मृत्यु हो गई क्योंकि उस पर 50,000 रुपये का कर्ज था। एक भारत: पूंजीपति मित्रों को 6% ब्याज पर ऋण और करोड़ों की ऋण माफी। दूसरा भारत: कर्ज और कठिनाइयों से भरा जीवन अन्नदाता को 24% ब्याज पर। एक देश में ‘दो भारत’, हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे”
विपक्ष के उप नेता ने कसा तंज
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौर ने ट्वीट किया, ‘अडानी के नाम पर लगातार केंद्र सरकार को कोसने वाली राहुल गांधी की कांग्रेस पार्टी अब उन पर मेहरबान हो रही है। राजस्थान के मुखिया अशोक गहलोत अडानी समूह को रियायती दरों पर कीमती जमीन उपलब्ध करा रहे हैं।
राजेंद्र राठौर ने ट्वीट कर कहा,“कांग्रेस अदानी समूह को पसंद नहीं करती है, लेकिन सोलर पार्क के लिए उन्हें जमीन देना यह साबित करता है कि वे जो कहते हैं और जो करते हैं, उसमें हमेशा अंतर रहा है। गहलोत जनता को गुमराह नहीं कर सकते और अदानी के प्रति अपने प्यार को छिपा नहीं सकते हैं”
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने भी साधा निशाना
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी 47 सेकंड की एक क्लिप साझा की जिसमें राहुल गांधी ने संसद में गौतम अडानी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर हमला किया था।
सतीश पूनिया ने कहा कि जहां राहुल गांधी केंद्र पर अडानी और अंबानी का पक्ष लेने का आरोप लगाते हैं, वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री इन दो कारोबारी दिग्गजों के पक्षधर हैं। “कल तक जो था विरोदी, आज बना मनमीत, धन की जगी उम्मीद तो बदली अपनी रीत” (जिसका कल तक विरोध हो रहा था वह आज करीब आ गया है, नकदी प्रवाह की उम्मीद के साथ, उन्होंने अपना रास्ता बदल लिया)।
इस पर बीजेपी की प्रतिक्रिया के बाद गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कभी भी उद्योगों के खिलाफ नहीं रही है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्ट राजस्थान समिट में 3000 से अधिक निवेशक आए और यहां मिले सम्मान से अभिभूत हैं।
समिट मेंं देश-दुनिया से आए व्यापारी
गहलोत ने एक बयान में कहा, “जो सवाल उठा रहे हैं, उन्हें यह बताना चाहिए कि कई व्यवसायी एक पार्टी में शामिल होते हैं, तो क्या वे दूसरे राज्यों में निवेश नहीं करते हैं? उन्होंने कहा कि समिट में देश-दुनिया से आए व्यापारी यहां मिले सम्मान से अभिभूत हैं। कांग्रेस ने देश को उदार बनाकर उद्योगों के लिए सकारात्मक माहौल बनाने का काम किया है।
राजस्थान की बन गई है निवश अनुकूल छवि- गहलोत
गहलोत ने कहा कि राजस्थान में 11 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आए हैं जो दर्शाता है कि राजस्थान की पारंपरिक छवि निवेश के अनुकूल बन गई है. “राज्य में बड़ा निवेश आ रहा है लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा और मीडिया का एक वर्ग इस आयोजन के नकारात्मक प्रचार में लगा हुआ है। मैंने इन्वेस्ट राजस्थान को लेकर प्रेस कांफ्रेंस में कहा है कि कांग्रेस पार्टी कभी भी उद्योगों के खिलाफ नहीं रही है” उन्होंने कहा, “हम किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने या दूसरों के अधिकारों को हथियाने से किसी को लाभ पहुंचाने के लिए बनाई गई नीतियों के खिलाफ हैं।”
सरकार का विरोध करें, युवाओं के भविष्य का नहीं-गहलोत
उन्होंने यह भी कहा, ‘मुझे समझ नहीं आता कि भाजपा ने इस कार्यक्रम का विरोध क्यों किया। आप अशोक गहलोत का विरोध करते हैं, कांग्रेस का विरोध करते हैं, लेकिन आप राजस्थान के युवाओं के भविष्य के अवसरों का विरोध क्यों कर रहे हैं? क्या राजस्थान बीजेपी हमारे विरोध में इतनी आ गई है कि प्रदेश के उज्जवल भविष्य के लिए किए जा रहे कार्यों का विरोध करेगी?