महाराष्ट्र में शिवाजी पार्क में रैली को लेकर विवाद अभी खत्म ही हुआ है कि अब ठाणे के कोर्पी में स्थित शाखा कार्यालय को लेकर दोनों गुटों के कार्यकर्ता आमने-सामने हो गए हैं। शुक्रवार को एक तरफ उद्धव ठाकरे गुट के कार्यकर्ता तो दूसरी ओर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट के कार्यकर्ता शाखा कार्यालय पर अपना हक जमाने के लिए इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे। बाद में पुलिस ने बीच बचाव कर दोनों गुटों को शांत कराया।
कोर्पी थाने की वरिष्ठ निरीक्षक ममता डि’सूजा ने कहा, फिलहाल दोनों गुटों के पास शाखा (कार्यालय) की चाभी है। पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि शिंदे गुट के कार्यकर्ता शाखा में मरम्मत का काम करने पहुंचे थे, लेकिन ठाकरे गुट के लोगों ने समझा कि वे तोड़-फोड़ करने पहुंचे हैं और इसी कारण दोनों में आमना-सामना हो गया।
शिवाजी पार्क में रैली को लेकर हुआ था विवाद
गौरतलब है कि शिवसेना शिवाजी पार्क में परंपरागत रूप से दशहरा रैली मनाती आ रही है। इस बार शिवसेना में दो गुट बन चुके हैं और दोनों गुटों ने बीएमसी को परमिशन के लिए लेटर भेजा था। बाद में यह मामला बॉम्बे हाई कोर्ट में पहुंचा था, जहां फैसला उद्धव गुट के पक्ष में आया था। इसके बाद दशहरा पर उद्धव ठाकरे ने शिवाजी मैदान में रैली की तो वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई के बीकेसी मैदान में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।
चुनाव चिन्ह को लेकर भी चल रहा विवाद
उद्धव गुट और शिंदे गुट में फिलहाल शिवसेना के चुनाव चिन्ह धनुष-बाण को लेकर मतभेद चल रहा है। एकनाथ शिंदे गुट खुद को असली शिवसेना बता रहा और चुनाव चिन्ह पर दावेदारी कर रहा है तो दूसरी ओर उद्धव ठाकरे अपना दावा ठोक रहे हैं। मामला चुनाव आयोग तक चला गया है। उद्धव गुट का दावा है एकनाथ शिंदे पार्टी से अलग हो गए हैं तो फिर शिवसेना पर उनको दावा करने का हक नहीं है। वहीं, एकनाथ शिंदे गुट खुद को शिवसेना का असली कार्यकर्ता बता रहा है। इस पर फैसला चुनाव आयोग को लेना है