चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग आगामी 16 अक्टूबर को होने वाले पार्टी पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के कांग्रेस अधिवेशन से पहले ‘अंतिम शुद्धिकरण’ में जुटे हैं। जानकारों का मानना है कि सत्ता में अपनी पकड़ मजबूत करने और शक्ति प्रदर्शन के लिए शी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में तेजी लाई है। आंकड़ों पर गौर करें तो इस साल की शुरुआत से अभी तक करीब 1100 अधिकारी भ्रष्टाचार के मकड़जाल में गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें कई हाई प्रोफाइल नेता भी हैं जो अब जिंदगी भर जेल में ही रहेंगे।
चीन में पार्टी अनुशासनात्मक निकाय के आंकड़ों के अनुसार, एक दशक पहले सत्ता संभालने वाले शी जिनपिंग अपने कार्यकाल में 1.5 मिलियन से अधिक अधिकारियों को भ्रष्टाचार के मामले में दंडित कर चुके हैं। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के एंटी करप्शन सूची में चीन की रैंकिंग में सुधार हुआ है। हालांकि आलोचकों का कहना है कि यह अभियान एक राजनीतिक उपकरण है, जिसमें शी अपने प्रतिद्वंद्वियों को खत्म करने के लिए इसका इस्तेमाल करते आए हैं.
उधर, पार्टी के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल की शुरुआत से अब तक करीब 1,100 अधिकारी इसी आरोप में जेल की सलाखों के पीछे कैद हैं। इनमें पूर्व उप सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री सुन लिजुन और पूर्व न्याय मंत्री फू झेंगहुआ शामिल हैं, जो अब अपना शेष जीवन सलाखों के पीछे बिताएंगे।
चीनी विश्वविद्यालय के एक राजनीतिक विश्लेषक विली लैम ने कहा, “भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के रूप में अंतिम दौर का शुद्धिकरण यह सुनिश्चित करेगा कि पार्टी की आगामी बैठक में शी एक बार फिर अपना नियंत्रण जमा पाएंगे या नहीं।”।
1990 के दशक के बाद से शी पार्टी की महत्वपूर्ण बैठक में अपना प्रभुत्व स्थापित करने में कामयाब रहे हैं। लैम का मानना है, “कुछ विसंगतियों को छोड़ दिया जाए तो शी आगामी बैठक में एक बार फिर शक्ति प्रदर्शन में कामयाब रहेंगे। शी शुरुआत से पार्टी के भीतर प्रमुख निर्णय लेने वाले निकायों की नियुक्तियों पर अपना काबू चाहते हैं।”