हरियाणा की आदमपुर सीट पर उपचुनाव का ऐलान हो गया है। इधर, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी दम भरने के लिए तैयार है। खबर है कि पार्टी ने राज्य की VIP सीट पर बड़ी तैयारी करने का फैसला किया है। इस संबंध में गुरुवार को आप की उच्च स्तरीय बैठक भी हुई थी। 6 राज्यों की 7 सीटों पर 3 नवंबर को चुनाव होने हैं।
आप सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के गृहराज्य हरियाणा में पार्टी पूरा जोर लगाने जा रही है। खबर है कि आप इस मुकाबले को परिवारवाद बनाम आम आदमी की जंग बता रही है। साथ ही पार्टी इस महज एक उपचुनाव नहीं मान रही, बल्कि केजरीवाल के गृह राज्य में कदम जमाने का जरिया मान रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आप ने आदमपुर में 2 हजार वॉलिंटियर उतारने और हर गांव में घर-घर अभियान चलाने का फैसला किया है। खबरें हैं कि दिल्ली और पंजाब के 25 विधायक पार्टी के लिए आदमपुर में प्रचार करेंगे। खास बात है कि इस साल पार्टी ने पड़ोसी राज्य पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में कांग्रेस को बुरी तरह हराकर सत्ता में जगह बनाई है।
भाजपा और कांग्रेस के लिए क्यों जरूरी है आदमपुर सीट
दरअसल, इस सीट पर पहले पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल और बाद में उनके बेटे कुलदीप बिश्नोई ने यहां कमान संभाली। हाल ही में कुलदीप कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं। इसी के चलते सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। अब कांग्रेस के लिए यह सीट जवाब देने का जरिया बन गई है, क्योंकि कुलदीप ने पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामा। इससे पहले उन्होंने राज्यसभा चुनाव में अजय माकन के खिलाफ मतदान किया था, जिसकी वजह से वह राज्यसभा नहीं जा सके। वहीं, भाजपा के लिए इस सीट के जरिए अपना दबदबा बनाए रखना चाहेगी।