मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों ही मुख्य पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक पार्टियां अपने वोटरों को साधने में जुट चुकी है। हाल ही में नगरीय चुनाव की समीक्षा के लिए भाजपा ने मंथन बैठक की थी। यह बैठक रातापानी में रखी गई थी। इस बैठक में हारी हुई सीटों को लेकर मंथन किया गया था।
इसी कड़ी मध्य प्रदेश में हुए नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम की जानकारी कमलनाथ ने जिला अध्यक्षों से मांगी थी लेकिन अभी तक कई जिलों से जानकारी नहीं मिली है। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने जिलाध्यक्षों को 2 दिन का अल्टीमेटम दिया है। 5 अक्टूबर तक हर हाल में निकाय चुनाव परिणाम की जानकारी भेजने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल नगरीय निकाय चुनाव के ढाई महीने बाद भी कई जिला अध्यक्षों ने रिपोर्ट नहीं भेजी है। जानकारी के अनुसार 12 अक्टूबर को कांग्रेस में निकाय चुनाव परिणाम पर मंथन होना है। इस मंथन बैठक में पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने हारे और जीते हुए उम्मीदवारों को भी बुलाया है। इस बैठक में हार के कारणों पर विचार कर उनपर समीक्षा की जाएगी।
सूत्रों की माने तो नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम को लेकर कांग्रेस 12 अक्टूबर को भोपाल में बड़ी बैठक करने जा रही है। इस बैठक में जीते पार्षद और महापौर के साथ हारे हुए पार्षद उम्मीदवार और महापौर उम्मीदवारों को बुलाया गया है। और इस बैठक से पहले ही कमलनाथ ने तमाम जिला अध्यक्षों को निर्देश दिए हैं कि निकाय चुनाव की अपनी रिपोर्ट पीसीसी दफ्तर भेजें।
बताया जा रहा है करीब एक दर्जन जिला अध्यक्षों ने अभी तक रिपोर्ट नहीं भेजी है। जिसके बाद कमलनाथ नाराज बताए जा रहे हैं। और इसी के चलते जिला अध्यक्षों को अल्टीमेटम दिया है। और 2 दिन के भीतर नगरी निकाय चुनाव के परिणाम की पूरी डिटेल दी जाए। ताकि 12 अक्टूबर को होने वाली बैठक में निकाय चुनाव के परिणाम पर समीक्षा की जा सकें।