गाजियाबाद के वैशाली में 22 सितंबर को हुए अनिल सक्सेना हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए मृतक की दत्तक नाबालिग पुत्री और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है। अनिल सक्सेना को कैंसर हो गया था, इसलिए वह बीते कुछ महीनों से कोई काम नहीं कर रहे थे, जबकि उनकी पत्नी दिल्ली स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं।
पुलिस का कहना है कि किशोरी की दोस्ती मोबाइल पर गेम खेलते हुए महाराष्ट्र के जलगांव निवासी युवक से हो गई थी। दोनों में सोशल मीडिया पर बात शुरू हुई फिर फोन पर बातें होने लगीं। घटना वाले दिन युवक वैशाली में किशोरी से मिलने आया था। युवक के आने के बाद अनिल सक्सेना आ गए। उन्होंने युवक को देख लिया, इसके बाद दोनों ने उनकी हत्या कर दी। मृतक को कैंसर हो गया था, इसलिए वह बीते कुछ महीनों से कोई काम नहीं कर रहे थे, जबकि उनकी पत्नी दिल्ली स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं।
एसपी ट्रांस हिंडन ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि वैशाली में रहने वाले अनिल सक्सेना ने 14 वर्ष पूर्व किशोरी को उस समय गोद लिया था, जब वह मात्र सात दिन की थी। सक्सेना दंपत्ति के कोई संतान नहीं है। अभी किशोरी सातवीं कक्षा की छात्रा है।
पुलिस के मुताबिक, किशोरी की मुलाकात युवक राहुल कपूरचंद राठौर से ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से हुई थी। इसके बाद यह दोनों सोशल मीडिया पर चैट करने लगे। फिर धीरे-धीरे फोन पर बात करने लगे और वीडियो कॉल करने लगे। अनिल सक्सेना को यह पता चला तो उन्होंने नाराजगी जताई। वे लगातार इसका विरोध करते और किशोरी को डांटते भी थे। किशोरी सारी घटना की जानकारी अपने दोस्त राहुल को देती थी। किशोरी उसे बताती थी कि वह गोद ली हुई बेटी है, इसलिए वह उसके साथ अच्छा व्यवहार नहीं करते हैं। उसने चैट के दौरान कहा था कि वह आएगा और किशोरी को वहां से अपने साथ ले जाएगा।
22 सितंबर को सुबह 11 बजे युवक किशोरी के घर आ गया था। शाम करीब चार बजे अनिल सक्सेना घर आए, उन्होंने युवक को घर में देख लिया और काफी नाराज हुए। किशोरी ने युवक के साथ मिलकर मृतक अनिल सक्सेना के हाथ-पैर प्लास्टिक की रस्सी से बांध दिए और उसके ऊपर प्लास्टिक की टैप भी लगा दी। इसके बाद उनको इन दोनों ने उन्हें बेड पर डाल दिया और प्लास्टिक की रस्सी से दोनों ने मिलकर उनका गला घोट दिया, जिससे अनिल सक्सेना की मृत्यु हो गई। इसके बाद इन दोनों ने उनके मुंह और गले पर पैकिंग वाली टेप लपेट दी।
घर पर ताला लगाकर फरार हुई थी
किशोरी अपने दोस्त के साथ अपने पिता के दो एटीएम कार्ड अपनी मां का एक एटीएम कार्ड और अपने कुछ कपड़े लेकर शाम पांच बजे घर पर ताला लगा कर निकले। युवक जब आया और जब किशोरी उसके साथ घर से निकली दोनों घटनाएं वहां लगे सीसीटीवी कैमरा में रिकॉर्ड हो गईं। इसके बाद वह ऑटो द्वारा वैशाली से दिल्ली और फिर कैब द्वारा दिल्ली से आगरा, आगरा से बस द्वारा जलगांव चले गए।