सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर पुनर्विकास कार्य के दौरान गुरुवार सुबह मिट्टी खिसकने से हादसा हो गया। यहां काम कर रहा एक मजदूर मिट्टी खिसकने से बेसमेंट के लिए खोदे गए 40 फीट गहरे गढ्ढे में गिर गया। सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस ने दमकल और एनडीआरएफ के साथ मजदूर को बचाने के लिए राहत कार्य शुरू किया। मलबा हटाने के बाद जब मजदूर को निकाला गया, तो उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखवा दिया है। पुलिस ने कम्पनी और ठेकेदार पर आईपीसी एक्ट की धारा 304-A तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस उपायुक्त मनोज सी ने बताया कि मृतक मजदूर शमशेर मूलत: गोटिया गांव जिला अररिया बिहार का रहने वाला है। लंबे समय से दिल्ली में किराए के मकान में रहता था और बतौर वेल्डर काम करता था। सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर एक इमारत में शमशेर वेल्डिंग का काम कर रहा था। गुरुवार को सुबह करीब 5.15 बजे शमशेर साइट पर एक पानी के पंप की वेल्डिंग कर रहे थे। इसी दौरान पंप के आसपास की ढीली मिट्टी ढह गई। जिसके लिए शमशेर मिट्टी के साथ लगभग 40 फीट गहरे बेसमेंट में नीचे जा गिरा और मलबे में दब गया।
शमशेर के साथियों ने वहां मौजूद वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस को मामले की सूचना दी। जिसके बाद दमकल विभाग, एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस ने शमशेर को बचाने के लिए राहव कार्य शुरू किया। राहत कार्य के बाद जब मलबे से शमशेर को निकाला गया, तो उसकी मौत हो चुकी थी। स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सफदरजंग अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखा दिया और शमशेर के परिजनों को हादसे की सूचना दी। प्राथमिक जांच के बाद पुलिस ने पाया कि निर्माण कार्य के दौरान हुए हादसे के लिए ठेकेदार और कंपनी जिम्मेदार है। जिसके बाद पुलिस ने दोनों पर आईपीसी 304-ए के तहत केस दर्ज कर लिया है।