नाता प्रथा यानी शादीशुदा से शादी करना और बदले में निर्धारित रकम अदा करना। नाता प्रथा के विवाद को लेकर दो परिवारों में हुई लाठीभाटा जंग में एक की मौत हो गई और पांच लोग गंभीर घायल हो गए। मरने वाला शख्स नाता गई युवती का पिता है। एक दूसरे पर हमला करने वाले ये सभी लोग गांव में ही एक सामाजिक कार्यक्रम में एकत्र हुए थे। पहले बातचीत, फिर गाली गलौज और हमले की नौबत आ गई। घटना चित्तौड़गढ़ जिले में कपासन तहसील के अरनिया बांध गांव की है।
पुलिस के मुताबिक अरनिया बांध गांव में पगड़ी दस्तूर के लिए जटिया समाज कुछ लोग काश्यकला से आए थे। इस दौरान काश्यकला गांव निवासी मदन जटिया व उनके साथियों ने अरनिया बांध गांव निवासी छोगालाल व उसके परिवार पर हमला बोल दिया। दोनों और लाठियों व अन्य हथियारों से वार किए गए। इसमें छोगालाल जटिया (60) की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक का बेटा प्रकाश (35), जगदीश (25), हीरालाल (30), विरोधी पक्ष के काश्याकला निवासी मदन (30), रामेश्वर (50), सोहनलाल (60) घायल हो गए। पांचों घायलों को कपासन के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चित्तौड़गढ़ रेफर कर दिया गया।
यह था विवाद
छोगालाल जटिया की बेटी ने काश्यकला में नाता प्रथा के तहत विवाह किया था। लेनदेन को लेकर दोनों परिवारों के बीच फैसला भी हो गया था। लेकिन मदन का परिवार इसको लेकर नाराज था। यही वजह है कि दोनों परिवारों के बीच पहले से रंजिश चली आ रही थी। सूचना मिलने पर पुलिस उपअधीक्षक गीता चौधरी, भोपालसागर से पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा। घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जटिया समाज के पांच आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है। कपासन ने इस मामले में हत्या और एक दूसरे पर हमले के मामले दर्ज किए हैं। विवाद को हल करने के लिए प्रधान भैरूलाल चौधरी भी मौके पर पहुंचे।