बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। भाजपा ने भी दूसरे चरण के तहत अपनी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इसमें भाजपा ने पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव सहित कई नए चेहरों पर दांव लगाया है। वहीं 4 वर्तमान एमएलए के भी टिकट काट दिए हैं।
भाजपा के प्रत्याशी पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव सीवान से दो बार सांसद रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव में गठबंधन में उनकी सीट जदयू कोटे में चली गई थी। अब वे सीवान सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। पहली सूची में भी भाजपा ने गया से पूर्व सांसद हरि मांझी को उम्मीदवार बनाया है। निखिल आनंद और रोहित पांडे का भी यह पहला चुनावी अनुभव होगा। वहीं, फतुहा से प्रत्याशी बनाए गए सत्येंद्र सिंह भी पहली बार भाजपा प्रत्याशी बने हैं। पिछला चुनाव उन्होंने लोजपा के टिकट पर लड़ा था और हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं। चनपटिया, उजियारपुर और अमनौर से भी पार्टी ने नए चेहरों को मौका दिया है।
दो महिलाओं को मिला टिकट
पार्टी ने दूसरी सूची में दो महिलाओं को टिकट दिया है। पहली सूची में महिला प्रत्याशियों की संख्या पांच थी। दूसरी लिस्ट में जिन महिलाओं को टिकट मिला है, उनमें पहला नाम रेणु देवी का है। वे पूर्व मंत्री रह चुकी हैं और पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की टीम में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। दूसरा नाम आशा सिन्हा का है। वे तमाम विरोध के बावजूद दानापुर सीट पर पार्टी नेतृत्व का भरोसा जीतने में फिर सफल रही हैं।
टिकट पाने वालों में संगठन के भी दो चेहरे
टिकट पाने वालों में दो चेहरे पार्टी संगठन के भी शामिल हैं। इनमें पहला नाम प्रदेश प्रवक्ता निखिल आनंद का है, जिन्हें मनेर से उतारा गया है। वहीं भागलपुर के जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय को भी भागलपुर सीट से टिकट दिया गया है।
चार मौजूदा विधायकों के टिकट काटे
भाजपा के चार मौजूदा विधायकों का टिकट कट गया है। तीन जगह जहां उम्मीदवार बदल गए हैं, वहीं सुगौली सीट गठबंधन में पार्टी ने वीआईपी को दे दी है। ऐसे में चार विधायक बेटिकट हो गए हैं। जिन विधायकों का टिकट कटा है, उनमें चनपटिया से प्रकाश राय का टिकट काटकर उमाकांत सिंह को दिया गया है। सीवान से व्यासदेव प्रसाद की जगह पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं अमनौर से शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा की जगह कृष्णा कुमार मंटू को प्रत्याशी बनाया गया है।