अंकिता भंडारी की मां ने प्रशासन से सवाल पूछा है कि उनकी बेटी के अंतिम संस्कार की आखिर इतनी जल्दी क्यों की गई? मां ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि अंतिम संस्कार से पहले वह एक बार अपनी बेटी को देख लेना चाहती थीं। कहा कि तबीयत खराब होने की वजह से वह अस्पताल में भर्ती थीं, और प्रशासन ने उन्हें बिना बताए उनकी बिटिया का जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया।
मां का सवाल है कि क्या किसी का भी अंतिम संस्कार देर शाम को किया जाता है? मां का आरोप है कि प्रशासन ने उन्हें धोखे में रखकर बिटिया का अंतिम संस्कार कर दिया। मां कहती हैं कि देश की सभी बेटियां सुरक्षित रहनी चाहिए और अंकिता के हत्यारोपियों को सख्त से सख्त दी जानी चाहिए। परिजनों का आरोप है कि अंकिता के पिता पर प्रशासन द्वारा अंतिम संस्कार करने को दबाव बनाया गया।
एसडीएम अजयवीर सिंह से बात करने पर उन्होंने कहा कि वह अभी मीटिंग में हैं, और बाद में बात करेंगे।एसडीएम अजयवीर सिंह ने रविवार को हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया कि पब्लिक के विरोध प्रदर्शन के बीच परिजन अंतिम संस्कार को लेकर भ्रमित थे। प्रशासन द्वारा समझाने के बाद परिजन अंतिम संस्कार को तैयार हो गए थे और प्रदर्शनकारियों द्वारा ही अंकिता के शव को घाट ले जाया गया, जहां पर उसका अंतिम संस्कार किया गया।
मालूम हो कि एम्स ऋषिकेश में अंकिता का पोस्टमार्टम होने के बाद शव को शनिवार देर रात श्रीनगर लाया गया था। रविवार को अंकिता के परिजनों और प्रदर्शनकारियों ने अंकिता के हत्यारोपियों को कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग को लेकर विरोध प्रर्दशन कर बदरीनाथ हाईवे जाम कर दिया था। पौड़ी डीएम और पुलिस अधिक्षक के समझाने के बाद भी लोगों का प्रदर्शन जारी रहा था। आखिरकार, रविवार देर शाम को अंकिता का अंतिम संस्कार एनआईटी घाट पर किया गया था।