दिल्ली के एक क्लब में महिला के साथ बदसलूकी के बाद क्लब के बाउंसरों पर पुलिस के साथ भी बदसलूकी करने का आरोप लगा है। साउथ एक्सटेंशन पार्ट-1 इलाके में स्थित द कोड क्लब में दिल्ली पुलिस की एक टीम ने रेड डाली थी। जिसके बाद शनिवार को दिल्ली पुलिस की टीम के साथ यह बदसलूकी की घटना हुई है। बता दें कि करीब हफ्ते भर पहले ही एक महिला ने क्लब के बाउंसरों पर छेड़खानी के संगीन आरोप लगाए थे। पुलिस के मुताबिक, उन्हें पीसीआर कॉल के जरिए शिकायत मिली थी कि नियम-कानून को ताक पर रखकर क्लब में देर रात तेज आवाज में गाना बजाया जा रहा है। जब पुलिस अधिकारियों ने इस क्लब में घुसने की कोशिश की तो बाउंसरों ने उन्हें रोका। इसके बाद पुलिस ने 7 लोगों को पकड़ा और इनपर भारतीय दंड संहिता की धारा 107/151 के तहत कार्रवाई की गई।
कपड़े फाड़ने और छेड़खानी का आरोप
इससे पहले 18 सितंबर को एक महिला ने पीसीआर पर फोन कर शिकायत की थी कि द कोड क्लब के दो बाउंसरों और मैनेजर ने उनके साथ छेड़खानी की और उनके कपड़े फांड़ दिये थे। इसके बाद उन्होंने सूचना दी थी कि उनके साथ बदसलूकी हुई और मारपीट की गई। इसके अलावा उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि उन्हें गलत तरीके से छुआ गया था। जब महिला की शिकायत पर जब सब इंस्पेक्टर दीपक यादव घटनास्थल पर पहुंचे थे तब महिला के कपड़े अस्त-व्यस्त थे।
इन धाराओं मेें केस दर्ज
पीड़िता को इसके बाद एम्स ले जाया गया था और आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 354 A, 354 B, 509, और 34 के तहत केस दर्ज किया गया था। सीआरपीसी की धारा 164 के तहत महिला का बयान भी दर्ज किया गया था। महिला ने बयान में कहा था कि वो अपने एक दोस्त के साथ क्लब में पार्टी के लिए आई थीं। क्लब में अंदर जाने को लेकर बाउंसर्स के साथ उनकी बहस हो गई थी जिसके बाद बाउंसर्स ने उन्हें और उनके दोस्त की पिटाई की थी।
CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस
पुलिस इस मामले की सच्चाई पता लगाने के लिए क्लब के सीसीटीवी फुटेज और आसपास के इलाकों में लगी सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है। इसके अलावा क्लब के बाउंसरों की जानकारी भी जुटाई गई है। मामले के असली आरोपियों को पकड़ने की कोशिश भी की जा रही है। अभी तक कि जानकारी के मुताबिक, महिला से छेड़खानी के आरोपी फरार हैं।
यह जानकारी सामने आई है कि इससे पहले साल 2019 में आबकारी इंस्पेक्टर नवी दत्त की शिकायत पर क्लब के मालिक और उनके बेटे तथा कर्मचारियों के खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत एक केस में चार्जशीट दाखिल की गई थी। आबकारी विभाग के कर्मचारी के साथ क्लब में बदसलूकी हुई थी और काफी समय के लिए उन्हें बंधक बनाया गया था।