मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले के बकेली गांव मे रोज की तरह सुबह 10 बजे स्कूली बच्चों को स्कूल छोड़ने नाव जा रही थी। नदी पार करने से पहले ही नाव पलट गई। नाव में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राएं बैठे हुए थे। बकेली गांव से छात्र छात्राओं को नाव में बैठाकर सोन नदी के दूसरे छोर पर पहुंचाया जाता है। गुरुवार को सुबह 10 बजे स्कूली छात्र छात्राएं स्कूल जाने को निकले थे। दूसरे छोर पर पहुंचने पर छात्र-छात्रा उतरने की कोशिश करने लगे। इसी हड़बड़ाहट में नाव अनियंत्रित होकर पानी में समा गई।
नाव में 18 लड़कियां और 2 लड़के सवार थे। नाविक ने सभी छात्र-छात्राओं को डूबने से बचाते हुए एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर पानी से बाहर निकाला। हादसे की जानकारी लगते ही एसडीएम कमलेश पुरी मौके पर पहुंचे और बच्चों का रेस्क्यू कराया। सभी बच्चे सुरक्षित हैं। इस हादसे के बाद बच्चों में दहशत है।
पुल नहीं होने की वजह से बच्चों को जाना पड़ता है नाव से
सभी बच्चे बकेली, पोंडी, कोदयली, खाड़ा, मानपुर आदि गांव से नाव में सवार होकर नदी पार कर स्कूल जा रहे थे। सभी बच्चे ग्राम पंचायत केल्हौरि हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ने जा रहे थे। बताया जाता है कि पुलिया निर्माण का काम पूरा नहीं होने के कारण नदी पार कर स्कूल जाने को बच्चे विवश है। लंबे समय से नाव के सहारे नदी पार कर जान जोखिम में डालकर रोजाना स्कूल जाते हैं। घटना चचाई थाना क्षेत्र के बाबा कुटी सोन नदी की है।
नदी पार करने का किराया 20 रुपए
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत कैल्होरी के चचाई में शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल में बकेली, पोड़ी, कोदयली, खाडा, मानपुर समेत करीब 10 गांव के बच्चे जाते हैं। इनमें से कई बच्चे नाव से नदी पार करते हैं। नाव का किराया 20 रुपए है। आज भी बच्चे नाव से जा रहे थे, तभी वो अनियंत्रित होकर पानी में समा गई सभी बच्चे सुरक्षित हैं।