मध्य प्रदेश के उज्जैन में शुक्रवार की शाम नागझिरी स्थित बिंदल पोहा फैक्ट्री में आग लगने से तीन परिवारों के 8 बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया। यहां काम करने वाली तीन महिलाओं क्षमा, दुर्गा और ज्योति की जिंदा जलने से मौत हो गई, वहीं एक महिला गंभीर रूप से झुलस गई। घायल महिला का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। फैक्ट्री से निकले महिलाओं के शव इतने झुलस चुके थे कि उनकी पहचान घरवालों ने साड़ी और कान के टॉप्स देखकर की। नागझिरी पुलिस ने मैनेजर की सूचना पर मर्ग कायम कर शवों का पोस्टमार्टम कराया है।
मिली जानकारी अनुसार, बिंदल प्रोसेसिंग पोहा फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी ने बताया कि फैक्ट्री की मशीन में खराबी आई थी। इस कारण दो युवकों को सुधार कार्य के लिये बुलाया गया था। युवक स्टार्टर चेक कर रहे थे तभी मोटर में फाल्ट हुआ और तेजी से आग लग गई। जहां आग लगी थी, वहां तीन महिलाएं काम कर रही थीं। आग लगते ही जलती हुई पल्ली तीनों महिलाओं के ऊपर आ गिरी, जिसके नीचे दबने से उनकी मौत हो गई। शोर मचाने पर फैक्ट्री के कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। उस दौरान फैक्ट्री में 14 कर्मचारी मौजूद थे। आग बुझाने का एक यंत्र जरूर रखा था लेकिन वह चला ही नहीं। पानी की टंकी से आग बुझाने के प्रयास किये गये। फायर ब्रिगेड को सूचना दी। इस दौरान आग में फंसी सीमा को गंभीर हालत में निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया।
जांच में पता चलेगा हादसा या लापरवाही
पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि पुलिस द्वारा मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराने के साथ ही सूचनाकर्ता मैनेजर को फरियादी बनाते हुए मर्ग कायम किया गया है। आग लगने की घटना की जांच शुरू हो चुकी है। डीवीआर भी जब्त किया है। जांच के बाद पता चलेगा आग लगने की घटना हादसा है या लापरवाही। उसके बाद संबंधित के खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा।
घायल का हाल जानने पहुंचे मंत्री
उच्च शिक्षा मंत्री यादव को जैसे ही जानकारी लगी कि उज्जैन में बड़ा हादसा हुआ है, वह प्रधानमंत्री का शनिवार को ग्वालियर में होने वाला कार्यक्रम छोड़ बीती रात ही अस्पताल पहुंचे और घायल महिला को आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी।
परिजनों ने शवों को चौराहे पर रखकर किया चक्काजाम
पोहा फैक्ट्री अग्निकांड में मृत महिलाओं के शवों को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द किया गया। दोपहर 12 बजे तक मृतकों के परिजनों से फैक्ट्री मालिक, मैनेजर के अलावा शासन और जनप्रतिनिधियों ने भी संपर्क नहीं किया और किसी प्रकार की मदद का आश्वासन नहीं दिया। इससे आक्रोशित होकर मृतकों के परिजनों ने शवों को नागझिरी चौराहे पर रखकर चक्काजाम कर दिया। उनकी मांग थी फैक्ट्री मालिक के विरुद्ध केस दर्ज किया जाए और मृतिकाओं के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाए। सूचना मिलने पर नागझिरी पुलिस मौके पर पहुंची और आक्रोशित लोगों को समझाइश देकर चक्का जाम खुलवाया।
कलेक्टर ने बनाई 3 सदस्यीय जांच समिति
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने शुक्रवार को नागझिरी स्थित उद्योगपुरी में बिंदल इंडस्ट्री हुई आगजनी की घटना के कारणों की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति का गठन किया है। समिति में एसडीएम, औद्योगिक सुरक्षा के अधिकारी और अग्नि/विद्युत सुरक्षा के अधिकारी को रखा गया है। कलेक्टर ने समिति को अगले दो दिनों में जांच प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।