चीन ने संयुक्त राष्ट्र में, लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के अमेरिका के प्रस्ताव पर रोक लगा दी है। इस प्रस्ताव का भारत ने भी समर्थन किया था। मीर भारत के सबसे ज्यादा वांछित आतंकवादियों में से एक है और 2008 मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता भी है।
खबर है कि बीजिंग ने गुरुवार को अमेरिका की ओर से लाए उस प्रस्ताव पर रोक लगा दी जिसके तहत मीर को संरा सुरक्षा परिषद की 1267 अल-कायदा प्रतिबंध समिति के अंतर्गत वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जाना था और उसे काली सूची में डाला जाना था।
अमेरिकी एजेंसी एफबीआई पहले ही मीर के खिलाफ विदेशी सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की साजिश करने, आतंकवादियों को सहायता प्रदान करने, अमेरिका के बाहर एक नागरिक की हत्या करने और सार्वजनिक स्थानों पर बमबारी करने के आरोप में ‘मोस्ट वांटेड’ आतंकी घोषित कर चुकी है। मुंबई हमलों में मारे गए 166 लोगों में छह अमेरिकी थे। एफबीआई ने मीर की गिरफ्तारी और दोषसिद्धि के लिए सूचना देने वाले के लिए $5 मिलियन तक का इनाम रखा है।
पाकिस्तान सरकार हमेशा से साजिद मीर को लेकर झूठ बोलती रही है। साजिद मीर की मौजूदगी से पाकिस्तान ने हमेशा इनकार किया है। पाकिस्तान ने तो यहां तक दावा किया था कि साजिद मीर की मौत हो चुकी है। जून में मीर को हिरासत में लिए जाने की खबर भी आई थी। तब पाकिस्तान ने FATF से राहत की उम्मीद करते हुए अपने दामन पर लगे दाग को कम करने का एक तरह से ढोंग रचा था।