मध्य प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से लेकर सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। प्रदेश के बुंदेलखंड से नाता रखने वाले अरुणोदय चौबे की गिनती पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के करीबियों में होती रही है।
दरअसल पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे ने पार्टी के अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी तो जताई ही है। साथ में खुरई विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ हो रहे बर्ताव का भी जिक्र किया है।
उन्होंने कमलनाथ को लिखे पत्र में चौबे ने कहा कि मैं करीब 30 साल से निरंतर कांग्रेस पार्टी की सेवा करता रहा हूं। परंतु हाल ही में पार्टी के द्वारा खुरई विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं के साथ जो बर्ताव हुआ है उससे मैं और खुरई विधानसभा के सभी कार्यकर्ता दुखी हैं। लिहाजा मै प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, प्रभारी जिला टीकमगढ़ व प्रदेश कांग्रेस के सदस्य के पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
जानकारी के अनुसार अरुणोदय चौबे बुंदेलखंड के दबंग नेताओं में से हैं और उन्होंने भाजपा के खिलाफ कई आंदोलन भी खड़े किए। मगर उनके खिलाफ प्रशासनिक स्तर पर हुई कार्रवाई या और राजनीतिक विद्वेष के चलते उन पर थोपे गए मामलों में कांग्रेस उनके साथ खड़ी नहीं रही। और काफी अरसे से उनके कांग्रेस छोड़ने की चर्चाएं थी और आज उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
वहीं अब उनका इस्तीफा कांग्रेस के लिए बड़ा झटका के तौर पर देखा जा रहा है। फिलहाल उन्होंने स्पष्ट नहीं किया है कि वे किस पार्टी में जाएंगे। हालांकि अटकलें हैं कि वह भाजपा में शामिल हो सकते है।
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही लेकिन इसी बीच कांग्रेस नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला भी जारी है। इससे पहले केरल के पूर्व मुख्यमंत्री समेत विधायकों ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिए है। अब इसी कड़ी में मध्य प्रदेश कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है।