अयोध्या में गुरुवार को पितृपक्ष में श्राद्ध करने गए गोंडा के एक व्यक्ति सरयू नदी की धारा में बह गए। जान बचाने के लिए सवा दो घंटे तक वह नदी की लहरों से संघर्ष करते रहे। पांच किलोमीटर दूर बस्ती जिले के छावनी थाना क्षेत्र के गौरिया नयन गांव के पास पुलिस ने गोताखोरों की मदद से उन्हें बाहर निकाला। पुलिस के अनुसार गोंडा जनपद के मनकापुर थाना क्षेत्र के अशरफपुर गांव निवासी भानु प्रताप मिश्र पुत्र ऋषिकेश मिश्र गुरुवार की सुबह पितृपक्ष में श्राद्ध व दर्शन के लिए अयोध्या गए थे।
जानकारी के मुताबिक भानु प्रताप मिश्र स्नान के दौरान पैर फिसलने से अनियंत्रित होकर वहीं नदी की धारा में बहने लगे। काफी प्रयास के बावजूद वह निकल नहीं पाए और बहते हुए पांच किलोमीटर दूर बस्ती जिले के छावनी थानांतर्गत गौरिया नयन तक पहुंच गए। लगभग सवा दो घंटे तक वह नदी में जान बचाने के लिए संघर्ष करते रहे। बताया जा रहा है कि वह तैरना भी जानते थे।
गौरिया नयन में किसी ग्रामीण को लगा कि नदी में शव उतरा रहा है और उसने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से उन्हें बाहर निकाला। चौकी प्रभारी विक्रमजोत ओम प्रकाश मिश्र मौके पर पहुंचे और देखा कि डूब रहे व्यक्ति के हाथों में हरकत है। उन्हें वहां से निकालकर चौकी पर लाया गया। भोजन आदि कराने के बाद उनके परिजनों को सूचित किया गया। सूचना पर पहुंचे भानु प्रताप के बेटे श्याम बाबू मिश्र वहां पहुंचे और पिता को अपने साथ ले गए।